नई दिल्ली: पाकिस्तान (Pakistan) की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) के तालिबान के साथ रिश्ते किसी से छिपे नहीं है. इस बीच काबुल में एक बार फिर तालिबान (Taliban) और पाकिस्तान के नापाक गठजोड़ का सबूत मिला है. दरअसल अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार के गठन से पहले ISI का चीफ लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद काबुल पहुंचा है. तालिबान के न्योते पर आज सुबह काबुल पहुंचा जनरल तालिबान की सरकार के गठन से ठीक पहले कई मसलों पर अपने डेलिगेशन के साथ चर्चा में शामिल होगा.
‘मौके का फायदा उठाने की हसरत’
दरअसल सू्त्रों के मुताबिक पाकिस्तान इस मौके का फायदा उठाना चाहता है. वो अफगानिस्तान की कट्टरपंथी सरकार का इस्तेमाल भारत के खिलाफ करना चाहता है. इसके लिए वो तालिबान को कुछ नए ऑफर भी दे सकता है. इसलिए यह भारत के लिए चिंता की बात हो सकती है.
तालिबान की टॉप लीडरशिप से होगी मुलाकात
रिपोर्ट्स के मुताबिक हमीद की मुलाकात तालिबान की टॉप लीडरशिप से होगी. पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तालिबान शूरा के बुलावे पर इस दौरे का कार्यक्रम बना था. वहीं काबुल पहुंचते ही हमीद ने कहा कि हम अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता के लिए काम कर रहे हैं.
एक्सपर्ट्स का मानना है कि हमीद सरकार गठन में हो रही देरी के साथ तहरीक-ए-तालिबान-पाकिस्तान से जुड़े मसलों पर भी बात करेगा. गौरतलब है कि अफगानिस्तान पर तालिबानी कब्जे के बाद पाकिस्तान के किसी बड़े अधिकारी का ये पहला दौरा है.