कैला देवी दर्शन के लिए जा रहे 17 श्रद्धालु चंबल में बहे, 4 शव बरामद, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

मुरैना। मध्य प्रदेश और राजस्थान की सीमा (Madhya Pradesh and Rajasthan border) पर बड़ा हादसा हो गया है. सबलगढ़ में चंबल नदी पार कर 17 श्रद्धालु कैलादेवी मंदिर (Kailadevi Mata Temple) के दर्शन करने जा रहे थे, तभी 8 लोग पानी में डूब गए. स्थानीय गोताखोरों की मदद से 4 शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि बाकी लापता हैं. जिनकी तलाश की जा रही है. इस हादसे पर मुख्यमंत्री शिवराज ने संज्ञान लेते हुए दुख जताया है. पूरा मामला टेंटरा थाना इलाके के राडीराधेन चंबल घाट का है.

चंबल नदी पैदल पार करते समय हुआ हादसा

जानकारी के अनूसार 17 लोग पैदल चंबल नदी पार कर रहे थे, जोकि एक चैन के रूप में एक दूसरे का हाथ पकड़े जा रहे थे. उसी दौरान 8 लोगों का हाथ गड्ढे में पैर फिसलने की वजह से छूट गया. जिससे 10 लोग सकुशल बाहर निकल गए, जबकि 8 लोग डूब गए. जिसमें से 4 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि 4 लोग लापता हैं. एसडीआरएफ और स्थानीय गोताखोर उनकी तलाश कर रहे हैं.

4 शव बरामद, 4 की तलाश जारीरेस्क्यू अभियान जारी

यह घटना मुरैना जिले के टेंटरा थाना क्षेत्र के राइडी राधेन गांव के पास चंबल घाट पर हुई है. शिवपुरी जिले के चिलावद गांव से 17 लोगों का समूह राजस्थान कैलादेवी के दर्शन को जा रहा था. चंबल नदी पैदल पार करते समय पानी की गहराई का अनुमान नहीं लगा सके. जिससे यह हादसा हो गया. राजस्थान मंडरायल में 8 और मुरैना में 2 लोग सुरक्षित निकल गए. लापता 8 लोगों में से 4 लोगों के शव मिल गए है. वहीं 4 लोगों की तलाश जारी है. मुरैना जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारी मौके पर हैं.

मुख्यमंत्री ने लिया संज्ञान

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुरैना जिले में चंबल नदी में हुए दुखद हादसे का संज्ञान लिया है. हादसे पर दुख व्यक्त किया है. मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री कार्यालय और जिला प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि चंबल नदी में रेस्क्यू ऑपरेशन को तेज किया जाए. मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिला प्रशासन आवश्यक संसाधन के साथ घटनास्थल पर है. एसडीआरएफ की टीम पहुंच रही है. स्थानीय गोताखोरों के माध्यम से नदी में बह गए लोगों की तलाश की जा रही है. रेस्क्यू और आवश्यक मदद की मॉनिटरिंग मुख्यमंत्री कार्यालय सीएमओ द्वारा की जा रही है.

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