सी०आर०पी०एफ की 231 वीं बटालियन ने विविध आयोजनों के साथ मनाया आठवां स्थापना दिवस

 

गीदम (दैनिक पहुना)। केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल की 231 वीं बटालियन ने जावंगा गीदम मुख्यालय प्रांगण में अपना आठवां स्थापना दिवस हर्ष उल्लास के साथ मनाया। बटालियन के अधिकारियों व जवानों ने बटालियन के शहीद जवानों को नमन कर श्रद्धा सुमन अर्पित की। बटालियन के कमांडेंट सुरेन्द्र सिंह ने क्वार्टर गार्ड पर उपस्थित होकर सलामी ली और इसके पश्चात् दरबार का आयोजन किया गया। वाहिनी के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में मुख्य अतिथि विनय कुमार सिंह पुलिस उप महानिरीक्षक दंतेवाड़ा के द्वारा फीता काट कर मेले का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर पुलिस उप महानिरीक्षक विनय कुमार सिंह ने सफेद कबूतर उड़ाकर शांति एवं भाई चारे का संदेश दिया। कार्यक्रम में दंतेवाड़ा रेंज के सभी वाहिनियों के अधिकारी विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। वाहिनी के सेनानी श्री सिंह ने बताया कि बटालियन की स्थापना 28 अगस्त 2014 को ग्रुप केंद्र भोपाल में हुई थी। वाहिनी की तैनाती 30 सितंबर 2015 को छत्तीसगढ़ के अतिनक्सल प्रभावित सुकमा .दंतेवाड़ा, में की गई थी। वाहिनी क्षेत्र में नक्सल गतिविधियों की रोकथाम प्रशासन के विकास के कार्यों को जन.जन तक पहुँचाने में सहयोग, सड़क निर्माण कार्य सुरक्षा व परिचालनिक कर्तव्यों का जिम्मा सौंपा गया था। अपनी तैनाती से लेकर अब तक वाहिनी के द्वारा माओवादियों के गढ़ माने जाने वाले क्षेत्र में माओवादियों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियानों एवं अन्य विकास कार्यों जैसे अरनपुर जगरगुंडा, सड़क निर्माण सुदूर अंदरूनी गांव तक बिजली पहुँचाना एवं अन्य जिला प्रशासन द्वारा चलाये जा रहे विकास कार्यो में बढ़.चढ़कर हिस्सा लिया गया है। वाहिनी ने अरनपुर जगरगुण्ड़ा सड़क राज्य राजमार्ग को कमारगुड़ा तक जिसकी दूरी कुल 23 किलोमीटर है, को नवनिर्मित करवाने में अहम भूमिका निभाई है। माओवादियों द्वारा सड़क निर्माण कार्य में विरोध प्रदर्शन कर बाधाएं डाली गईं परंतु वाहिनी द्वारा अपनी ड्यूटी का निर्वहन तथा उच्च कार्यालयों के द्वारा दिये गये निर्देशों का पालन पूर्ण ईमानदारी के साथ करते हुए सड़क निर्माण कार्य को पूर्ण कराने में अहम योगदान दिया जा रहा है। अनेक कठिनाईयों के बावजूद अपने साहस एवं वीरता से सर्वोच्च बलिदान देकर इस वाहिनी द्वारा अपनी परिचालनिक ड्यूटियों का निर्वाहन पूर्ण निष्ठा व ईमानदारी के साथ किया गया । वाहिनी के स्थापना दिवस पर जवानों द्वारा विभिन्न स्टॉल व खेल तैयार कर मेले का आयोजन किया गया। इसके उपरांत वाहिनी के जवानों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रदर्शन किया गया व कार्यक्रम समाप्ति के उपरांत मुख्य अतिथि द्वारा कलाकारों को पुरस्कृत किया गया।

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