कोरिया। गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्द्यान में मिले बाघ के शव के मामले में वन विभाग ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, वहीं एक आरोपी फरार है. मामले में कानन पेंडारी के खोजी कुत्ते ने अहम भूमिका निभाई, जो घटना स्थल से सीधे ढाई किमी दूर स्थित आरोपी के घर पहुंचकर हत्या का पर्दाफाश कर दिया. वन विभाग ने आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से आरोपियों को 44 दिनों की न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है.
रामगढ़ रेंज स्थित सलगवा खुर्द में बाघ की मौत पर वन विभाग ने जहर देने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, प्रेम साय, पिता सूरजदीन (63 वर्ष), बुद्धेश्वर पिता प्रेमसाय (35 वर्ष), रामबदन पिता सूरजदीन (39 वर्ष) और सुमेरसाय पिता बनरंगीसाय (58 वर्ष) को गिरफ्तार कर बैकुण्ठपुर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें 44 दिनों की न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है. वहीं एक और आरोपी बाबू साय पिता रामा (50 वर्ष) फरार है, जिसकी वन अमले के साथ पुलिस टीम तलाशी में जुटी है.
बता दें कि गुरू घासीदास राष्ट्रीय उद्यान में 5 जून को भैंस के मृत्यु की सूचना दिये जाने पर पार्क के अधिकारी ने तत्काल घटना स्थल का निरीक्षण किया था. पता चला कि रामगढ़ परिक्षेत्र के कक्ष कमांक पी 43, परिक्षेत्र रामगढ़, झुरिया नाला के किनारे एक बाघ का शव मिला, वहीं से 400 मी की दूरी पर बाघ द्वारा शिकार किए गए एक भैंसा (पाड़ा) मिला. इसके समीप और नाले मे बाघ के पंजों के स्पष्ट निशान दिखाई दिए, जिससे बाघ द्वारा पाड़ा मारे जाने की पुष्टि हुई.