दिल्ली में गुरुवार को ओमिक्रॉन के 4 नए मामले मिले हैं। इसके साथ ही यहां ओमिक्रॉन के कुल मामले 10 हो गए हैं। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने बताया कि इन 10 में से 1 व्यक्ति ठीक होकर घर जा चुका है। 9 लोगों का LNJP अस्पताल में इलाज चल रहा है। कोई भी केस गंभीर नहीं है। अब देश में ओमिक्रॉन के कुल मामले 77 हो गए हैं।
बुधवार को तमिलनाडु और बंगाल में ओमिक्रॉन के पहले केस मिले। तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री ए सुब्रमण्यम ने बताया कि राज्य में 47 साल का यह संक्रमित नाइजीरिया से लौटा है। वहीं, पश्चिम बंगाल में 7 साल के बच्चे की रिपोर्ट ओमिक्रॉन पॉजिटिव आई है। यह बच्चा अबूधाबी से हैदराबाद होते हुए कोलकाता पहुंचा था। इधर, महाराष्ट्र और केरल में भी कल ओमिक्रॉन के 4-4 नए संक्रमित मिले।
MP में 18 नए पॉजिटिव; इंदौर में लगातार दूसरे दिन सबसे ज्यादा 8 केस
मध्यप्रदेश में 24 घंटे में 18 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। बुधवार को मिले संक्रमितों में लगातार दूसरे दिन इंदौर में सबसे ज्यादा 8 केस आए हैं। भोपाल में 5 मरीज मिले हैं। उज्जैन में बड़नगर के शासकीय PG कॉलेज के प्रोफेसर संक्रमित आए हैं। वह विदिशा से शादी अटेंड कर लौटे हैं। नरसिंहपुर, खरगोन, कटनी में 1-1 मरीज मिला है। प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 170 पहुंच हो गई है।
यूनिवर्सिटी ऑफ हॉन्ग-कॉन्ग का दावा- डेल्टा से 70 गुना तेजी से फैलता है ओमिक्रॉन, लेकिन खतरनाक नहीं
ओमिक्रॉन वैरिएंट डेल्टा और सबसे पुराने कोविड-19 स्ट्रेन के मुकाबले 70 गुना तेजी से फैलता है। इसके बावजूद यह ज्यादा गंभीर नहीं है। यह दावा यूनिवर्सिटी ऑफ हॉन्ग-कॉन्ग ने किया है। दक्षिण अफ्रीकी डॉक्टरों ने भी ओमिक्रॉन की शुरुआत में ऐसा ही दावा किया था।
हॉन्ग-कॉन्ग यूनिवर्सिटी के मुताबिक, ओमिक्रॉन संक्रमण होने के 24 घंटे के अंदर इंसान की श्वसन नली में ओमिक्रॉन पाया गया। स्टडी में यह भी पाया गया कि डेल्टा वैरिएंट के मुकाबले नया वैरिएंट इंसानी फेफड़ों में रेप्लीकेट करने में 10 गुना कम प्रभावी है। इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि इससे होने वाली बीमारी अधिक गंभीर नहीं होगी। यानी, ओमिक्रॉन वैरिएंट एक इंसान से दूसरे इंसान तक तेजी से फैलता है, पर फेफड़ों को उतना नुकसान नहीं पहुंचाता जितना डेल्टा या पिछले कोरोना वैरिएंट्स ने पहुुंचाया है।
बच्चों के लिए वैक्सीन और बूस्टर डोज पर जल्द ले सकता है केंद्र
केंद्र सरकार साल के अंत तक कोरोना वैक्सीनेशन प्लान का रिव्यू करेगी। सरकार ने दिसंबर अंत तक ही देश की 65% वयस्क आबादी को दोनों डोज लगाने का लक्ष्य तय किया है। केंद्र सरकार के रिव्यू में बच्चों को वैक्सीन लगाने और बड़ों को बूस्टर डोज देने पर चर्चा की जाएगी।
एक अधिकारी ने बताया कि दिसंबर अंत तक ओमिक्रॉन को लेकर हालात साफ हो जाएंगे। फिलहाल हमारी प्राथमिकता यह है कि वयस्कों में दूसरे डोज की कवरेज को बढ़ाया जाए। इसमें वे लोग भी शामिल होंगे जो रिस्क पर हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, बुधवार तक देशभर में 135 करोड़ डोज लगाई जा चुकी हैं। 87.5% लोगों को पहला डोज मिल गया है, जबकि 56% लोगों को दोनों डोज लग चुकी हैं।
महाराष्ट्र में जनवरी में केस बढ़ने की आशंका; मुंबई में 31 दिसंबर तक धारा 144 लागू की
महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के मामले बढ़कर 32 हो गए हैं। राज्य के अतिरिक्त प्रमुख स्वास्थ्य सचिव डॉ. प्रदीप व्यास ने बुधवार को बताया कि जनवरी में ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामलों में इजाफा हो सकता है। इसी को देखते हुए मुंबई में न्यू ईयर ईव तक धारा 144 लगाई गई है।