लखनऊ/आगरा. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Elections 2022) के लिए कांग्रेस ने आज अपनी 41 प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी है. इस लिस्ट में 40 फीसदी महिलाओं को टिकट देने के अलावा न्याय के लिए संघर्ष करने वाली आवाजों को वरीयता दी गयी है. इस लिस्ट में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने वाल्मीकि समाज के अधिकारों के लिए लड़ने वाले सिकंदर वाल्मीकि (Sikander Valmiki) को आगरा कैंट सीट पर प्रत्याशी बनाया है. उन्होंने वाल्मीकि समाज पर भाजपा सरकार के अत्याचार के खिला लगातार संघर्ष किया.
दरअसल सिकंदर वाल्मीकि जल निगम में सरकारी कर्मचारी थे लेकिन अपने समाज के अधिकारों की लड़ाई के लिए उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी. नौकरी करते समय जब उन्होंने हाथरस की बलात्कार पीड़िता के न्याय के लिए कैंडल मार्च निकाला था, तब उनको सस्पेंड कर दिया गया था. भाजपा सरकार की पुलिस द्वारा हिरासत में अरुण वाल्मीकि की हत्या के बाद सिकंदर वाल्मीकि ने बढ़-चढ़कर न्याय की आवाज उठाई थी.
साहिबाबाद सीट से संगीता त्यागी पर दांव
कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता स्वर्गीय राजीव त्यागी की पत्नी संगीता त्यागी को कांग्रेस पार्टी ने गाजियाबाद की साहिबाबाद सीट से उम्मीदवार बनाया है. गौरतलब है कि राजीव त्यागी की एक लाइव टीवी डिबेट के दौरान हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई थी. जबकि इसके लिए उनकी पत्नी संगीता त्यागी ने टीवी चैनलों में नफरत के तत्वों से भरी बहस को इसका जिम्मेदार बताया था और वे टीवी चैनलों में हेट स्पीच को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट भी गई थीं.
पूनम पंडित को मिला इनाम
किसान आंदोलन में सक्रिय रही पूनम पंडित स्याना से कांग्रेस की उम्मीदवार बनाई गईं. उन्होंने किसान आंदोलन में बढ़-चढ़कर भाग लिया था और किसान आंदोलन की मुखर आवाज बनी थीं. यही नहीं, पूनम ने महिलाओं के मुद्दों को भी प्रमुखता से उठाया था.
खुर्जा में टुक्की मल खटीक का डंका
इस बीच बुलंदशहर की खुर्जा से कांग्रेस ने टुक्की मल खटीक को उम्मीदवार बनाया है. वह सामाजिक न्याय के मुद्दों पर लगातार आवाज उठाते रहे हैं. कोरोना के समय उन्होंने लगातार सड़क पर जा रहे श्रमिकों को भोजन-पानी उपलब्ध करवाया और हजारों जरूरतमंदों तक अनाज पहुंचाया. टुक्की मल खटीक कांग्रेस की युवा आवाज हैं और बुलंदशहर के जिला अध्यक्ष भी रहे हैं.
इसके अलावा बड़ौत से राहुल कश्यप कांग्रेस के उम्मीदवार होंगे. वह कहार समाज से आते हैं और अपने समाज के अधिकारों के लिए लगातार आवाज उठाते रहे हैं. राहुल ने जिला पंचायत चुनाव लड़कर क्षेत्र में अपनी आवाज की धाक स्थापित की थी.