हल्द्वानी हिंसा में 6 की मौत, बवाल के बाद लगाया गया कर्फ्यू, इंटरनेट बंद…

Haldwani Violence: उत्तराखंड के हल्द्वानी में बीते दिन सरकारी जमीन पर बने हुए अवैध मदरसे और नमाज स्थल को हटाने पहुंची पुलिस और प्रशासन की टीम पर समुदाय विशेष के लोगों द्वारा पथराव किया गया था। हल्द्वानी के बनभूलपुरा में हुई इस हिंसा की आग बुरी तरह से भड़क गई है। उपद्रवियों ने थाने को आग के हवाले करने के साथ पुलिस और मीडिया कर्मियों के वाहनों में भी पेट्रोल बम से आग लगा दी। इस स्थिति में पुलिसकर्मियों ने किसी तरह से थाने से निकलकर अपनी जान बचाई। इस बवाल ने 6 लोगों की जान ले ली है। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है और इंटरनेट सेवा भी बंद है।

हिंसा की चपेट में आए कई लोग

प्रशासन के अधिकारियों पर पथराव के साथ शुरू हुए इस बवाल में देर रात तक 6 लोगों की मौत हो चुकी थी। इस हिंसा में एसपी और एसडीएम समेत ढाई सौ से ज्यादा लोग घायल हुए हैं जिनका अस्पताल में उपचार किया जा रहा है।

इस तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए रात में ही कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। इतना ही नहीं उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने के आदेश भी जारी किए गए हैं। किसी तरह की अफवाह ना फैलाई जा सके इसके लिए इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई है। जिले के सभी थाने और चौकियों का स्टाफ बनभूलपुरा एरिया में लगा दिया गया है। उपद्रवियों की पहचान की जा रही है और जल्द ही उन्हें हिरासत में लिया जाएगा। तनाव को देखते हुए बाजार और स्कूल बंद रखने के आदेश जारी किए गए हैं।

ये है पूरा मामला

हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में रेलवे की भूमि पर लगभग 50000 की आबादी निवास कर रही है। हाई कोर्ट ने पिछले साल ही इस बस्ती को खाली करने के आदेश जारी कर दिए थे। पुलिस और प्रशासन अतिक्रमण हटाने के लिए पूरी तरह से तैयार भी था। लेकिन इसी बीच मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया। वर्तमान में ये विचाराधीन है।

बनभूलपुरा मुस्लिम बहुल क्षेत्र है। यहां पिछले दिनों जब नगर निगम और प्रशासन की टीम अतिक्रमण हटाने पहुंची थी तो यहां अवैध मदरसा और नमाज स्थल मिला था। इसी को देखते हुए गुरुवार दोपहर एक बार फिर निगम की टीम प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बुलडोजर के जरिए अतिक्रमण हटाने पहुंची थी। निगम के कर्मचारी और प्रशासन के अधिकारियों और पुलिस समेत कल 700 लोगों की टीम यहां पर मौजूद थी। जैसे ही बुलडोजर से अतिक्रमण हटाने की कोशिश की गई। यहां पर 10000 से ज्यादा मुस्लिम समुदाय के लोग एकत्रित हो गए और चारों तरफ से पथराव शुरू कर दिया।

चारों तरफ से हो रहे हैं इस पथराव की चपेट में प्रशासनिक अधिकारी, पुलिसकर्मी और मीडियाकर्मी आए। देखते ही देखते पूरे क्षेत्र में हिंसा फैल गई और उपद्रवियों ने थाने को आग के हवाले कर दिया। इतना ही नहीं थाने के बाहर जितने भी वहां खड़े हुए थे उन्हें भी आग लगा दी गई। 50 से अधिक वाहन जलकर खाक हो गए हैं।

error: Content is protected !!