बेमेतरा। जिले के बीरनपुर गांव में हुई सांप्रदायिक हिंसा के विरोध में हिन्दू संगठनों द्वारा आहुत छत्तीसगढ़ बंद के दौरान 10 अप्रैल को पुलिस द्वारा बरामद दो शवों की हत्या के मामले का खुलासा कर दिया गया है। हत्या की इस वारदात के सप्ताह भर बाद पुलिस हत्या के आरोपियों तक पहुंचने में सफल रही। हत्या की इस वारदात के आरोप में पुलिस ने 8 युवकों गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ हत्या और बलवा की धाराओं के तहत कार्रवाई कर जेल भेज दिया गया है। आपको याद दिला दें कि बेमेतरा जिले के बीरनपुर गांव में 9 अप्रैल को दो बच्चों के आपसी झगड़े ने सांप्रदायिक रूप ले लिया है। दो संप्रदायों में हुईं हिंसक मारपीट के दौरान भुनेश्वर साहू की हत्या कर दी गई थी। इस हत्या के विरोध में हिंदू संगठनों 10 अप्रैल को छत्तीसगढ़ बंद का आह्वान किया था। बंद के दूसरे दिन बीरनपुर के मुरम खदान कोरवाया से दो शव पुलिस ने बरामद किए थे। पुलिस ने दोनों की पहचान पिता-पुत्र के रूप में की थी। इनके सिर पर चोट के निशान थे। इस वजह से पुलिस इस केस में हत्या के एंगल से ही जांच कर रही थी। शव 55 साल के रहीम उर्फ मन्नू और उसका 35 साल का बेटा ईदुल मोहम्मद के थे। जो बकरी चराने जंगल की ओर चले गए थे। लाश मिलने के बाद से ही पुलिस इन दोनों की हत्या करने वाले आरोपियों की तलाश कर रही थी।
पुलिस ने इस मामले में 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं बंद के दौरान एक घर जलाने वाले 4 और आरोपियों को भी पुलिस ने पकड़ लिया है। आगजनी मामले में पुलिस ने पहले ही 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया था। इनके अलावा बंद के दौरान घर को आग के हवाले करने के आरोप में पुलिस ने एक नाबालिग सहित शिवा मंडावी, मनीष ध्रुव, दुर्गेश को गिरफ्तार किया है। पिता-पुत्र की हत्या के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार टाकेश्वर सिन्हा (28 वर्ष) ग्राम चेचान मेटा (साजा), दूध नाथ साहू (27 वर्ष) ग्राम पेंडरवानी (गंडई), मनीष वर्मा (23 वर्ष) ग्राम खैरी (साजा), अरुण रजक (18 वर्ष) ग्राम पेंडरवानी (गंडई), भोला निषाद (23 वर्ष) ग्राम पदमी (बेमेतरा), राजकुमार निषाद (19 वर्ष) ग्राम पदमी (बेमेतरा), समारू नेताम (43 वर्ष) ग्राम कोरवाय (साजा) तथा पुरन पटेल (19 वर्ष) ग्राम पदमी (बेमेतरा) के खिलाफ दफा 302, 147, 148, 149, 153 के तहत कार्रवाई कर जेल भेज दिया है।