चंडीगढ़: हरियाणा में कांग्रेस पार्टी में आठ पूर्व विधायक शामिल हुए हैं. इनमें से कुछ नेता कांग्रेस की टिकट पर ही विधायक बने थे और बाद में पार्टी छोड़कर चले गए और कुछ नेताओं की दूसरी पार्टियों से एंट्री हुई है. इन नेताओं को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आज हरियाणा कांग्रेस भवन में कांग्रेस पार्टी में शामिल कराया है. ये नेता पार्टी में हुए शामिल 1. शारदा राठौर: फरीदाबाद जिले की बल्लभगढ़ सीट से 2005 और 2009 में चुनाव जीती थीं. उन्होंने 2019 में कांग्रेस पार्टी को छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था. 2. रामनिवास घोड़ेला: बरवाला विधानसभा के विधायक थे. 2019 में पार्टी की टिकट न मिलने के कारण निर्दलीय पर्चा भरा था. रामनिवास पिछड़े वर्ग के एक बड़े नेता हैं. 3. नरेश सेलवाल: हिसार जिले की उकलाना सुरक्षित सीट से 2009 में विधायक चुने गए थे. 2019 में पार्टी की टिकट न मिलने के कारण निर्दलीय चुनाव लड़ा था. 4. परमिंदर सिंह ढुल्ल: जींद जिले की जुलाना सीट से 2009 और 2014 का विधानसभा चुनाव इनेलो के टिकट पर लड़ा और विधायक बने. 2019 में भाजपा में शामिल होकर चुनाव लड़ा और दूसरे नंबर पर रहे. 5. जिले राम शर्मा: करनाल जिले की असंध सीट से विधायक रहे हैं. पंडित जिले राम शर्मा को 2019 में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में 25,000 वोट मिले थे. जिले राम की करनाल जिले की असंध सीट पर ब्राह्मण समाज पर मजबूत पकड़ है, जिससे आसपास की सीटों पर भी पार्टी को मजबूती मिलेगी. 6. राकेश कंबोज: करनाल जिले की इंद्री सीट से 2005 में विधानसभा चुनाव लड़ा और कांग्रेस के विधायक बने. 2009 और 2014 में उन्होंने हजकां के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा. 2019 में कांग्रेस की टिकट ना मिलने के कारण उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा और दूसरे स्थान पर रहे. 7. राजकुमार वाल्मीकि: विधानसभा क्षेत्र जुंडला से 1991 से 1996 तक विधायक रहे और मुख्य संसदीय सचिव पर आसीन रहे. हाल ही में उन्होंने आम आदमी पार्टी ज्वाइन की थी और अब फिर कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं.