रायपुर। भाजपा विधायक पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कैम्पा मद से प्राप्त राशि और उनके उपयोग का मामला विधानसभा में उठाते हुए वन मंत्री से जानना चाहा कि 1 जनवरी 2020 से 20 जून 2023 तक कुल कितनी राशि केंद्र सरकार से प्राप्त हुई है? 2019 के पहले कितनी राशि जमा थी? केम्पा से कितनी राशि किन-किन जिलों को आवंटित की गई है? वृक्षारोपण के लिए कितनी राशि आवंटित की गई है, और कितनी राशि खर्च की गई है? कैंपा मद की राशि में अनियमितता की कितनी शिकायतें प्राप्त हुई और क्या कार्रवाई की गई है? नियमों व शर्तो के खिलाफ जाकर क्या खरीदी करने की शिकायत मिली है और क्या कार्रवाई की गई है?
वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने बताया कि 4 सालों में भारत सरकार से कैम्पा मद में 2,858.29 करोड पर प्राप्त हुआ है वही 2019 के पूर्व 146.31 करोड़ की राशि भी जमा थी। विभाग ने विभिन्न जिलों को 3 हजार 89 करोड़ 59 लाख की राशि जारी कर दी है। जिसमें 324.33 करोड़ रूपया वृक्षारोपण के लिए जारी किया गया है। उसमें से 226.30 करोड़ खर्च कर दी गई है। कैम्पा की राशि में अनियमितता भ्रष्टाचार एवं खरीदी के 184 शिकायतें प्राप्त हुई है। जिसमें से अधिकतर शिकायतों में जांच प्रक्रियाधीन है किसी भी शिकायत में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
अग्रवाल ने कहा है कि भारत सरकार से 3,000 करोड़ से अधिक राशि मिल जाने के बाद भी प्रदेश के वनों में न तो कोई विकास हुआ और ना ही वन क्षेत्र में रहने वाले लोगों के जीवन में कुछ सुधार हुआ इतनी बड़ी राशि खर्च करने के बाद भी जंगल समाप्त हो रहे हैं जनजातियों की स्थिति बद से बदतर हो रही है और तो और वन्य प्राणियों के भी लगातार शिकार और मौतें हो रही है।
अग्रवाल ने कहा है कि छत्तीसगढ़ सरकार, भारत सरकार से मिले कैम्पा मद की राशि का खुला दुरुपयोग कर रही है। कैम्पा मद की राशि से सिर्फ और सिर्फ भ्रष्टाचार और लूट किया जा रहा है। कैम्पा मद की राशि छत्तीसगढ़ सरकार का लूट का बड़ा माध्यम बन गया हैं। अग्रवाल ने कहा है कि कैम्पा मद की 3,089 करोड़ की राशि के बंदरबांट की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।