‘मैं सरकार को नपुंसक नहीं कहना चाहता’,जानिए बृजमोहन अग्रवाल ने क्यों कही ये बात

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र का आज आखिरी दिन है। आज भाजपा ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया, जिस पर सदन में चर्चा लगातार जारी है। भाजपा ने सरकार के खिलाफ 109 बिंदुओं का आरोप पत्र सदन के पटल पर रखा। वहीं, अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान व्यक्तिगत अरोपों पर टोकते हुए विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने कहा कि चर्चा में व्यक्तिगत आरोप न लगाएं। शिष्टता शालीनता का ख्याल रखें, साथ ही बातें रिपीट न हो इसका ख्याल रखें।

अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत करते हुए पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि मैं सरकार को नपुंसक नहीं कहना चाहता, यह सरकार अंधी-बहरी, गूंगी हो गई है। हम सच बोल रहें, तो इन्हे मिर्ची लग रही है। उन्होंने सदन में पीएससी परीक्षा के मामले को उठाते हुए कहा कि PSC में किसान के बच्चों का सलेक्शन नहीं हुआ। छत्तीसगढ़ में इस सरकार का तुगलकी शासन चल रहा है।

बृजमोहन अग्रवाल ने अपने संबोधन में आगे कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार प्रदेश का विकास नहीं कर सकती। CM को मंत्रियों पर और मंत्रियों को CM पर विश्वास नहीं है। डिप्टी CM टीएस सिंहदेव के चार पेज के पत्र का क्या होगा? यहां आदिवासियों को लड़वाने की कोशिश की जा रही है, जो काम अंग्रेजों ने किया वहीं काम कांग्रेस सरकार कर रही।

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