छुईखदान। गातापार जंगल आईटीबीपी कैम्प के जवानों द्वारा चलाये जा रहे वृहद वृक्षारोपण अभियान को स्थानीय जनता का सहयोग मिल रहा है तथा ग्रामीण खेती कार्यों की व्यस्तता के बावज़ूद इस नेक कार्य में भी बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं I कैम्प कमांडर श्याम लाल ने बताया कि वैसे तो इस सीजन में पौधरोपण के लक्ष्य को पूरा कर लिया गया है परन्तु नेकी के इस कार्य को फिर भी अनवरत और निरंतर रखने के लिए हमारे जवान प्रतिबद्ध हैं और अपनी ड्यूटी के साथ-साथ अतिरिक्त समय में वनांचल के वातावरण को संरक्षित करने में अपना अमूल्य योगदान दे रहे हैं I अभी तक इस अभियान में गातापार जंगल पंचायत, तेमरी, नवागाँव, बरगाँव और लक्षणा पंचायत गाँवों में 7500 से अधिक पौधे रोपे जा चुके हैं जिसमें स्थानीय निवासी एवं जन प्रतिनिधि विशेष रूप से नवागाँव पंचायत सरपंच किशना मांडले व ग्रामीणों के साथ-साथ आईटीबीपी के निरीक्षक राजीव एवं सहायक उप-निरीक्षक बीबी दलाई एवं समस्त हिमवीरों का इस नेक कार्य में सराहनीय योगदान रहा है I
भावी पीढ़ी को शुद्ध वायु का तोहफा दें- श्याम भट्ट
कहावत है कि ‘बोये पेड़ बबूल के आम कहाँ से होय’ ग्रामीणों को संदेश देते हुए सहायक कमांडेंट भट्ट ने समझाया कि यदि हम लगातार जंगल का दोहन करते रहें और एक भी पौधा न लगाएं तो एक दिन हम साँस लेने के लिए भी तरसने लगेंगे और उसके लिए हम स्वयं जिम्मेदार होंगे क्योंकि हम अपने स्वार्थ के लिए पेड़ काटने में लगे हैं वहीं नया पेड़ तैयार नहीं कर रहे हैं तो हमें निश्चित रूप से एक दिन पछताना पड़ेगा फिर हमें य़ह कहावत सार्थक सिद्ध होती दिखाई देगी I इसलिए समय की मांग है कि हम वक्त रहते संभल जाएं अन्यथा भावी पीढ़ी को हम संकट में डाल देंगे I ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाकर अपनी संतानों के जीवन को भी हमें सुरक्षित करना होगा ताकि भावी पीढ़ी भी इसका अनुसरण करे I