नई दिल्ली . श्रद्धा वाकर हत्याकांड में सोमवार को महत्वपूर्ण गवाह के बयान अदालत में दर्ज हुए. श्रद्धा के पिता विकास वाकर ने अदालत में बताया कि आरोपी आफताब पूनावाला ने महरौली पुलिस स्टेशन में उनके सामने कबूला था कि उसने श्रद्धा की गला दबाकर हत्या की थी. फिर उसके टुकड़े करके सुनसान जगहों पर फेंक दिया.
साकेत स्थित अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश मनीषा खुराना कक्कड़ की अदालत के सामने अभियोजन पक्ष के गवाह के तौर पर पेश हुए विकास मदन वाकर ने कहा कि आफताब ने पुलिस की उपस्थिति में खुलासा करते हुए कहा था कि उसने श्रद्धा का गला घोटकर हत्या की थी. इसके बाद वह आरी खरीदकर लाया और उसकी कलाई काटकर काली थैली में डालकर महरौली के जंगल में फेंक आया. विकास 11 नवंबर 2020 को महरौली थाने गए थे, वहां पुलिस अधिकारियों ने उनसे पूछा था कि क्या वह आफताब को पहचानते हैं. उन्होंने पुलिस को हां में जवाब दिया.
श्रद्धा तीन साल से आफताब के साथ ही रह रही थी. वह श्रद्धा से झगड़ा और मारपीट करता था. उन्होंने पुलिस को आफताब से 20 मई को श्रद्धा के खाते से नकदी हस्तांतरित करने को लेकर पूछताछ करते देखा था.
सुनकर सदमे में आ गए पिता
विकास ने अदालत में बताया कि उन्होंने आफताब से पूछा था कि मेरी बेटी कहां है तो उसने कहा कि अब वह जिंदा नहीं है. यह सुनकर वह सदमे में आ गए और बेहोश हो गए. थोड़ी देर में होश आने पर उन्होंने आफताब को पुलिस के सामने बेटी की हत्या और उसके टुकड़े करने का खुलासा करते देखा. आफताब कह रहा था कि 18 मई 2022 को छतरपुर स्थित किराये के फ्लैट में श्रद्धा और उसका झगड़ा हुआ. इसके बाद उसने श्रद्धा का गला घोट दिया.