गुरुग्राम. हरियाणा के मेवात और सोहना में दो समुदायों के बीच जबरदस्त बवाल हुआ. देखते ही देखते हिंसा की आग गुरुग्राम, फरीदाबाद तक पहुंच गई. यहां दोनों समुदाय ने एक दूसरे पर जमकर पत्थर चलाएं. करीब 90 गाड़ियों में तोड़फोड़ और आगजनी की गई. इस तनाव की शुरुआत नूंह से हुई. जहां ब्रजमंडल यात्रा के दौरान दो गुटों में टकराव हुआ. देखते ही देखते हंगामा इतना बढ़ गया कि पत्थर के साथ साथ गोलियां भी चलीं. हिंसा में दो होम गार्डस समेत 3 की मौत हो गई, जबकि 10 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. हिंसा को देखते हुए नूंह में कर्फ्यू लगा दिया गया है. इंटरनेट पर भी तीन दिन के लिए रोक लगा दी गई है. इसके अलावा गुरुग्राम, फरीदाबाद और रेवाड़ी में धारा 144 लागू कर दी गई है. इन जगहो पर स्कूल बंद कर दिए गए हैं.
नूंह में स्थिति अब काबू में है. स्थिति संभालने के लिए अर्धसैनिक बलों की 13 कंपनियां पहुंच गई हैं. 6 कंपनियां अभी और भेजी जाएंगी. – फरीदाबाद, पलवल, गुरुग्राम में धारा 144 लगाई गई है. – हरियाणा से सटे राजस्थान के भरतपुर में भी अलर्ट जारी किया गया है. यहां की चार तहसीलों में इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया. कैसे हुई हिंसा की शुरुआत? दरअसल, नूंह में हिंदू संगठनों की तरफ से तय था कि ब्रजमंडल यात्रा निकाली जाएगी. तय प्लान के मुताबिक मेवात में शिव मंदिर के सामने से बृजमंडल यात्रा निकाली जा रही थी, तभी यात्रा पर पथराव हो गया. इस बृजमंडल यात्रा में बजरंग दल के कई कार्यकर्ता पहुंचे थे. मोनू मानेसर ने पहले ही वीडियो शेयर कर यात्रा में अधिक से अधिक लोगों से पहुंचने की अपील की थी. इतना ही नहीं मोनू मानेसर ने कहा था कि वह खुद भी इस रैली में शामिल होगा. हालांकि, मोनू मानेसर इस यात्रा में नहीं आया, लेकिन बिट्टू बजरंगी नाम के कथित गोरक्षक के शामिल होने पर तनाव बढ़ा. नूंह में दूसरे पक्ष के लोगों ने जमकर बवाल काटा और तभी यह पथराव हुआ. बताया जा रहा है कि यह घटना आधी रात से 1 बजे के बीच हुई, जब भीड़ हाथों में लाठी-डंडे लेकर सेक्टर-57 की एक स्थानीय मस्जिद पर हमला करने लगी। भीड़ ने मस्जिद पर पथराव शुरू कर दिया और कई राउंड फायरिंग की, समूह के कुछ सदस्य वहां मौजूद लोगों पर हमला करने के लिए मस्जिद के अंदर घुस गए। गोलीबारी के कुछ ही मिनटों में मस्जिद में आग लग गई।
गुरुग्राम सेक्टर-56 थाना पुलिस ने इस घटना के संबंध में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। गुरुग्राम पुलिस कमिश्नर कला रामचंद्रन ने मंगलवार को कहा कि हमलावरों की पहचान कर ली गई है और उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें छापेमारी कर रही हैं। कई हमलावरों को पकड़ा भी गया है। मामले की जांच जारी है। कमिश्नर ने कहा कि पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी शांति व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए दोनों समुदायों के प्रमुख सदस्यों के साथ बैठकें भी कर रहे हैं। सोहना, पटौदी, मानेसर इलाकों में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं। नूंह में कर्फ्यू लगाने के साथ ही 2 अगस्त तक के लिए इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं। इसके साथ ही नूंह की सीमाएं सील कर चप्पे-चप्पे पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों के जवानों को तैनात कर दिया गया है। वहीं गुरुग्राम, फरीदाबाद और पलवल जिलों में भी आज एहतियातन स्कूल-कॉलंज बंद कर दिए गए हैं।
बता दें कि, पुलिस के अनुसार, सोमवार को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा को नूंह में खेड़ला मोड़ के पास युवकों के एक समूह ने रोका और पथराव करने लगे। इस दौरान जुलूस में शामिल कुछ गाड़ियों में आग भी लगा दी गई। इसके बाद दो पक्षों के बीच हुए पथराव के दौरान भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। तनाव की स्थिति को देखते हुए इलाके में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई और अन्य क्षेत्रों से भी पुलिस बल बुलाया गया। हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि पुलिस ने नूंह के एक शिव मंदिर से लगभग 2,500 पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को बाहर निकाला। इनमें श्रद्धालु और वे लोग शामिल थे जिन्होंने दोनों पक्षों के बीच झड़प के दौरान वहां शरण ली थी।