दुर्ग। दुर्ग पुलिस द्वारा इन दिनों रात्रि गस्त अभियान चलाया जा रहा है। जिसका फल साफ तौर पर दिख रहा है। पुलिस अधीक्षक दुर्ग के द्वारा चलाए जा रहे रात्रि गस्त के अभियान में जवानों को ब्रिफिंग और डिमोकिंग का लगातार फायदा मिल रहा है। पुलिस की टीम मुस्तैदी से रात्रि गस्त में तैनात जवानो ने कई संदिग्ध को पकड़ा है। इसी कड़ी में वाहन चोर गिरोह को पकड़ने में थाना रानीतराई पुलिस को सफलता मिली है। पुलिस ने 6 मोटर सायकल बरामद किया है जिसकी कीमत लगभग 3,50,000 रूपय आंकी जा रही है।
दुर्ग पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनंत साहू, पुलिस अनुविभागीय अधिकारी पाटन देवाश सिंह राठौर के मार्ग दर्शन में चलाए जा रहे रात्रि गस्त के अभियान में जवानो को ब्रिफिंग और डिग्रीपिंग का फायदा देखने को मिल रहा है जिसके तहत जवानों के द्वारा मुसोदी से रात्रि गस्त में ड्यूटी की जा रही है उसका परिणाम भी देखने को मिल रहा है। थाना रानीतराई पुलिस द्वारा बुधवार की रात्रि विजुअल पुलिसिंग के अंतर्गत चेकिंग के दौरान वाहनों का कागजात चेक किया जा रहा था।
इसी दौरान शुभम शर्मा निवासी फकिरमेटा, जग्गू उर्फ जरा निवासी बेल्लारी गप्पू उर्फ दिनेश सोनवानी निवासी नवागांव एक मोटर सायकल में मिलने पर मोटर सायकल का कागजात चेकिंग करने पर गोल मोल जवाब देने पर नजदीक के गांव होने से उनकी तस्दीक की गई। संका के आधार पर बारीकी से पुछताछ करने पर अपने अन्य दो साथियों के साम बाईक चोरी करना बताने से चोरी की मोटर सायकल को भेदने की किरात में घर पर फिट रखना लाने से आरोपी सुभम शर्मा, 2. जणू उर्फ जागेश्वर बंजारे 3. गणू उर्फ दिनेश सोनवानी, राहुल शर्मा, 5. ताजिम खान के द्वारा दिये गये मेमोरण्डम मुताबिक टीम गठित कर पुलिस अनुविभागीय पाटन देव सिंह राठौर के मार्ग दर्शन में 02 टीम गठित कर आरोपियों के कब्जे से 6 मोटर सायकल को आरोपियों से जब्त किया गया।
जिसे अपराध पारा 41(744)] [जा.फी 379 IPC के तहत जब्त किया गया। जब्त वाहनों के संबंध में आरटीओ विभाग से जानकारी प्राप्त कर वाहन मालिक का पता तलाश किया जाता है आरोपी गण को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया। उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी रानीतराई, उप निरीक्षक एनु कुमार देवांगन, उप निरीक्षक नरसिंह साहू, रहा.उप निरी. रोमन साहू, आर. अशि शर्मा, धनंजय सिन्हा, रूस्तम बंजारे, तुकाराम निर्मलकर, तुलेश धनकर, सागर कुमार, महिला आर. किरण सोनकर एवं अन्य स्टाफ का विशेष योगदान रहा।