ओमिक्रॉन ने खाया शहर की हॉकी और झांकी!

स्टेडियम में बड़े खर्चे करके टाली गई स्पर्धा

राजनांदगांव। महंत सर्वेश्वर दास स्मृति अखिल भारतीय हॉकी प्रतियोगिता से राजनांदगांव शहर की पहचान होती है, लेकिन यह स्पर्धा अंतर्राष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम में तैयारी करके टाल दी गई है। शहर की पहचान गणेश पर्व और झांकी की विशिष्ट परंपरा से भी है जो कोरोना की वजह से इस दूसरे साल भी प्रतिबंधित रहीं। खबर है कि अखिल भारतीय हॉकी प्रतिस्पर्धा कोरोना के नये वेरिएन्ट विश्वव्यापी ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए लगातार दूसरे वर्ष भी टाल दी गई है। बताया जा रहा है कि पहली बात तो देश की कई नामी-गिरामी टीमें आतीं हैं व ओमिक्रॉन के संक्रमण के डर से आने को तैयार ही नहीं हैं। आयोजन 2 जनवरी से 9 जनवरी तक होने वाला था। टीमें नहीं आने के कारण रद्द करना पड़ रहा हैं।
अंतर्राष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम को सजाने में किया जा चुका है बड़ा खर्च
प्राप्त जानकारी के अनुसार यहां के अंतर्राष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम को सजाने में बड़ा खर्च अखिल भारतीय हॉकी स्पर्धा के आयोजन को ध्यान में रखते हुए किया जा चुका है, मगर वास्तव में कितना खर्च हो चुका है कोई बताने को तैयार नहीं। इस संबंध में हॉकी संघ के छत्तीसगढ़ प्रदेश महासचिव फिरोज अंसारी का कहना है कि 2 साल में एक बार स्टेडियम को सजाने में खर्च होता है, लेकिन आयोजन के नाम से खर्च हुआ कहां है। टीमें आती तो व्यय होता।

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