रायपुर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री को ट्रेन रद्द को लेकर पत्र लिखा है. इस मामले में पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा, मुख्यमंत्री जी पहले अपना काम कर लें. छत्तीसगढ़ की जनता कह रही है सड़कों के गड्ढे में धान उगाया जा रहा है.
पेड़ उगाए जा रहे हैं. स्कूलों में मास्टर नहीं है. गोठानो में गाय मर रही है. गाय को चारा नहीं मिल रहा है. खुद का काम करते नहीं है और पत्र लिखने का काम करते हैं.
बृजमोहन ने कहा, मुख्यमंत्री जी आपको तो धन्यवाद देना चाहिए कि 2 हजार करोड़ रुपए की लागत से आने वाले समय में छत्तीसगढ़ के 32 रेलवे स्टेशन का अपग्रेडेशन किया जा रहा है. 470 करोड़ की लागत से रायपुर के रेलवे स्टेशन का अपग्रेडेशन किया जाएगा, जो सिंगल लाइन है वह डबल हो रही है. छत्तीसगढ़ बहुत बड़ा क्षेत्र है. चाहे वह बस्तर का क्षेत्र हो, चाहे जश्पुर, खैरागढ़, सरगुजा का क्षेत्र हो, यहां पर रेलवे लाइन नहीं है. रेलवे की सुविधाएं नहीं है. यह सरकार उनको सुविधाएं देने के लिए बड़ी रेल लाइन डालने का काम कर रही है. इसके कारण लोगों को थोड़ी सी तकलीफ उठाना पड़ रहा है. मुझे लगता है
आने वाले समय में 6 महीनों में छत्तीसगढ़ के रेलवे की जितनी भी तकलीफ है वह दूर हो जाएंगे.
बृजमोहन ने कहा, जब कोई विकास होता है जब पुरानी बिल्डिंग को तोड़कर हमको नई बिल्डिंग बनाना पड़ता है तो थोड़े दिन परेशानी उठानी पड़ती है, परंतु भूपेश बघेल को मालूम नहीं, उनको यह समझ में आता है या नहीं आता.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को ट्रेनों की लेटलतीफी को लेकर पत्र लिखने पर पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा, ट्रेनों की चिंता मोदी जी कर रहे हैं. कल ही 508 स्टेशनों के आधुनिकरण का शिलान्यास किया गया है और रहा सवाल लेट ट्रेन की तो मुख्यमंत्री को भी मालूम है पटरी को जोड़ने का काम चल रहा है. पटरियों को जोड़ने का अस्थाई काम चल रहा है, जिसमें राजनीति के तहत उनका बयान है. राजनीति करने मुख्यमंत्री एक पत्र लिख देते हैं. उनके पत्र लिखने से अपने ही अधिकारी इनके पत्र का कितना सम्मान करते हैं, आप लोगों ने देखा है कि जब संविदा कर्मियों के नियमितीकरण की बात आई. साढ़े 4 साल से 5 साल में इनके अधिकारी जो पत्र मुख्यमंत्री का निर्देश था उसमें जानकारी एकत्र की जा रही है
तो आप समझ सकते हैं मुख्यमंत्री को कितना गंभीरता से लेते हैं. प्रधानमंत्री को लेकर राजनीति ना करें.
टेनों की समस्या को लेकर कांग्रेस संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा, आज देश का हर नागरिक रेलवे की लेटलतीफी, रेलवे के ट्रेनों के निरस्तीकरण से काफी परेशान हैं. स्थिति इतनी बदतर हो चुकी है कि यात्री ट्रेनों को अचानक बीच रास्ते में रोककर यात्री को बता दिया जाता है कि कैंसल की जाएगी. अब आप लोग अपना रास्ता देख लो. इन समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री का ध्यानाकर्षण किया है और अपील की है कि छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली ट्रेनों को कैंसिल कर दिया जा रहा है. इसमें सुधार होना चाहिए. जनता की मांग पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर अपने कर्तव्य का निर्वहन किया है.