PM Narendra Modi loksabha speech: लोकसभा में विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव गिर गया है. इस पर ध्वनिमत से वोटिंग हुई. इससे पहले पीएम मोदी ने अविश्वास प्रस्ताव को अपने लिए शुभ बताया. उन्होंने शेर-ओ-शायरी से विपक्ष पर हमला बोला और भारत गठबंधन को अहंकारी गठबंधन बताया. पीएम ने कांग्रेस पर वंशवादी और परिवारवादी होने का आरोप लगाया. उन्होंने अधीर रंजन चौधरी पर भी तंज कसा. करीब एक घंटे बाद विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया.
पीएम मोदी ने कहा कि भगवान ने विपक्ष को अविश्वास प्रस्ताव का सुझाव दिया और वे प्रस्ताव लेकर आए. 2018 में भी, जब विपक्ष के हमारे साथी अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए तो यह भगवान का आदेश था। उस समय भी मैंने कहा था कि अविश्वास प्रस्ताव हमारी सरकार का फ्लोर टेस्ट नहीं है? बल्कि ये उनका फ्लोर टेस्ट है.
उन्हें उतने वोट भी नहीं मिल सके जितने उन्हें तब मिले थे. 2019 के चुनाव में जब हम जनता के बीच गए तो बीजेपी और एनडीए दोनों को ज्यादा सीटें मिलीं. ऐसे में अविश्वास प्रस्ताव हमारे लिए शुभ है.
विपक्ष ने जनता को धोखा दिया
पीएम मोदी ने कहा कि सदन में सभी बिल पास हो गए हैं. डिजिटल डेटा प्रोटेक्शन बिल देश की युवा शक्ति को नई दिशा और दशा देने वाला बिल था, क्या तुम्हें इससे भी कोई आपत्ति है? भविष्य प्रौद्योगिकी संचालित है.
डेटा को दूसरा सोना माना जाता है, इस पर गंभीर चर्चा जरूरी थी, लेकिन राजनीति आपके लिए प्राथमिकता है. कई बिल गांव-गरीबों के कल्याण के लिए थे, लेकिन उनमें कोई दिलचस्पी नहीं है, जिन लोगों ने उन्हें यहां भेजा, उनके साथ धोखा हुआ है.
सत्ता की भूख दिमाग पर सवार
पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष के कुछ दलों ने अपनी नासमझी और व्यवहार से साबित कर दिया है कि उनके लिए देश से भी बड़ी पार्टी है. आपको गरीबों की भूख की चिंता नहीं है. सत्ता की भूख आपके दिमाग पर सवार है. आपको देश के युवाओं के भविष्य की कोई परवाह नहीं है.
पीएम मोदी ने कहा कि आप अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर चिंतित हैं. आपने इकट्ठा किया, सदन को एक दिन चलने भी दिया, किस उद्देश्य से? एकजुट हो जाओ तो अविश्वास प्रस्ताव पर एकजुट हो जाओ. आपको अपने कट्टर भ्रष्ट साथियों के साथ उनकी शर्तों पर जुड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा. इस अविश्वास प्रस्ताव पर भी आपने कैसे चर्चा की?