कई अस्पतालों से निराश होकर यहां पहुंचा था मरीज
राजनांदगांव (पहुना)। जिले के वनांचल क्षेत्र अंबागढ़ चौकी के गांव खड़खड़ी के रहने वाले 31 वर्षीय आर्थो पेसेंट संजय कुमार सिंगारे जब अस्पतालों से निराश होकर संस्कारधानी स्थित जीवन रेखा अस्पताल पहुॅंचा तो उनके जीवन में नई आशा का संचार हुआ। दरअसल वह करीब 8 माह से घुटने के दर्द से व्याकुल था। वह अनेक अस्पतालों में इलाज करवा चुका था, लेकिन निराशा हाथ लगी। यहॉ जीवन रेखा अस्पताल पहुंचा तो अस्थि विभाग के डॉ. योगेश सोनी ने उचित सलाह दी। फिर एमआरआई कराने से पता चला कि उसके दायें घुटने की हड्डियों को अंदर से बांधकर रखने वाला बंधन (लिगामेंट) पूरी तरह से टूट गया है। अब सफल ऑपरेशन के बाद संजय फिर से चलने-फिरने दौड़ने व काम करने लगा है। अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक दूरबीन पद्धति से दायें घुटने के लिगामेंट का यह पहला सफल ऑपरेशन है। इसमें डॉ. योगेश सोनी (अस्थि विशेषज्ञ), डॉ. अंशुल दिवाकर (निश्चेतना विशेषज्ञ), डॉ. अनिल घोम, डॉ. दिनेश डहरिया, मोहन, हेमराज सहित अन्य कर्मचारियों का मिलाजुला योगदान रहा।