केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल द्वारा बिल पर चर्चा किए जाने के बाद कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने विपक्ष की तरफ से अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि ‘महिलाओं में सागर जैसा धीरज है. मै बिल के समर्थन में हूं. इंदिरा जी का व्यक्तित्व इस सिलसिले में बहुत ही रोशन रहा है. यह मेरी ज़िंदगी का मार्मिक क्षण है. पहली दफा ये बिल राज्यसभा में राजीव गांधी लाए, उस समय वो 7 वोटों से गिर गया था. आज उसी का नतीजा है कि देशभर में हमारे पास 15 लाख चुनी हुई महिला नेता हैं.’
सोनिया गांधी ने आगे कहा कि ‘राजीव जी का सपना इस बिल के पारित होने के साथ ही पूरा होगा. कांग्रेस इस बिल का समर्थन करती है. हमें इसके पास होने से खुशी है, मगर इसके साथ एक चिंता भी है’.
उन्होंने कहा कि ‘लेकिन अब महिलाओं को और इंतजार करने को कहा जा रहा है. अभी और कितना इंतजार करना होगा. 3 साल, 4 साल, 6 या 8 साल. इसके साथ-साथ कास्ट सेंसस कराकर इसमें देर की जा रही है’.