रायपुर। मसीही समाज ने विधानसभा चुनाव में राजनीतिक दलों से हर संभाग में एक एक टिकट मांगी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि मसीही समाज ने किसी व्यक्ति विशेष को राजनैतिक पार्टी बनाने अधिकृत नहीं किया है, और न ही राज्य स्तरीय राजनैतिक पार्टी का गठन किया है। यह कुछ लोगों की निजी महत्वाकांक्षा है। मसीही समाज का इससे कोई लेना- देना नहीं है।
राजधानी में डॉ. डायमण्ड फिलस, जनरल सेक्रेटरी धमतरी डिस्ट्रिक्ट क्रिश्चियन फोरम, राजीव कुरियाकोस प्रदेश अध्यक्ष ईसाई अधिकार संगठन व अतुल्य प्रशांत मसीह समन्वयक संयुक्त मसीही समाज राजनांदगांव,रेव्ह. राकेश प्रकाश अध्यक्ष व लोकेश डहरिया उपाध्यक्ष छत्तीसगढ़ क्रिश्चियन फैलोशिप दुर्ग अनुषा जोसफ सामाजिक कार्यकर्ता सेंट मेरीज चर्च रायपुर एवं विजय दादर अध्यक्ष संयुक्त मसीही सेवा समिति सरगुजा संभाग, डेविड मार्टिन जिलाध्यक्ष संयुक्त मसीही सेवा समिति कोरया ने प्रेस वार्ता ली। उन्होंने कहा कि समाज की आवाज को राज्य एवं केंद्र सरकार तथा प्रशासन तक पहुंचाने के लिए टिकट की मांग की जा रही है। सत्ता एवं संगठन में मसीह समाज को जिले, संभाग, प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व देने, मसीहियों को उनका संवैधानिक अधिकार दिलाने, हुक्का पानी बंद कर देना, सामाजिक बहिष्कार, धार्मिक-संवैधानिक अधिकारों का हनन पर न्याय देने, मृत देहों को उखाड़कर उनके साथ अमानवीय कृत्य किए जाने पर रोष जताया। मसीही नेताओं ने बताया कि शवों को दफनाने नहीं दिया जा रहा है, या फिर उखाड़कर फेंका या जलाया जा रहा है। इन असंवैधानिक कृत्यों को जानते हुए भी सभी राष्ट्रीय राजनैतिक पार्टियां मौन हैं। राशन कार्ड होने वे बावजूद भी उन्हें राशन नहीं दिया जा रहा है। ईसाई होने पर उन्हें सरकारी स्कूलों में दाखिला नहीं दिया जा रहा है। उनका जाति प्रमाणपत्र नहीं बनाया जाता है। असामाजिक तत्वों द्वारा स्थानीय ग्रामीणों को भड़काकर मसीहीजनों का सामाजिक बहिष्कार कराया जा रहा है जिस पर शासन-प्रशासन द्वारा उचित कार्यवाही नहीं की जा रही है।