राजनांदगांव। डोंगरगांव विकासखंड के ग्राम किरगी-ब में दो दिवसीय प्रदेश स्तरीय रामधुनी प्रतियोगिता के शुभारंभ में जिला किसान कांग्रेस अध्यक्ष मदन साहू अतिथि रहे। उन्होंने यहां मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की अर्चना कर उन्हें प्रणाम करते हुए कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम के आयोजक बाल मित्र रामधुनी व सिद्धी विनायक गणेश उत्सव समिति के इस धार्मिक-सांस्कृति आयोजन को सराहा और सहयोग की बात कही।
श्रीराम चरित्र पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि – दक्षिण कौशल यानी आज का छत्तीसगढ़ श्रीराम का ननिहाल है। हमारी संस्कृति में भांजे का विशेष मान उन्हीं के चलते है। मदन साहू ने कहा कि – पहले के दौर में गांव-गांव में रामसत्ता-रामधुनी के आयोजन होते थे। चौपालों में बुजुर्ग से लेकर बच्चे तक इसमें शामिल होते थे और भगवान के चरित्र पर चिंतन-मंथन करते हुए उनका गुणगान करते थे। छत्तीसगढ़ सरकार यही धार्मिकता लौटा रही है। सरकार ने राम वनगमन पथ का भी निर्माण किया है।
उन्होंने कहा कि – सरकार ने गांव गांव में रामायण के आयोजन को बढ़ावा देने के साथ ही पहली बार अंतर्राष्ट्रीय रामायण महोत्सव का आयोजन किया। इससे छत्तीसगढ़ को विश्व में ख्याति प्राप्त तो हुई ही हमारी संस्कृति का भी प्रचार-प्रसार हुआ। बड़े-बड़े दिग्गज कथाकार, मानस के गायक यहां आए और सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। अब सरकार ऐसे आयोजनों के लिए ग्राम पंचायतों को 10 हजार रुपए की राशि मुहैया करा रही है। राजीव युवा मितान क्लब से जुड़े युवा सदस्यों को भी एक लाख रुपए मिल रहे हैं जिससे वे ऐसे आयोजनों को स्वयं के प्रयास से आयोजित कर सकें।
इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य महेंद्र यादव, पूर्व जिपं सदस्य विभा साहू, जिला कांग्रेस कोषाध्यक्ष व सरपंच टीकम साहू सहित आयोजक समिति अध्यक्ष सुग्रीव निषाद, उपाध्यक्ष ज्ञानचंद साहू, सचिव अनिल साहू, सहसचिव अजय साहू, द्वारकाप्रसाद गंजीर, ओमप्रकाश साहू सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
श्रीराम चरित्र पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि – दक्षिण कौशल यानी आज का छत्तीसगढ़ श्रीराम का ननिहाल है। हमारी संस्कृति में भांजे का विशेष मान उन्हीं के चलते है। मदन साहू ने कहा कि – पहले के दौर में गांव-गांव में रामसत्ता-रामधुनी के आयोजन होते थे। चौपालों में बुजुर्ग से लेकर बच्चे तक इसमें शामिल होते थे और भगवान के चरित्र पर चिंतन-मंथन करते हुए उनका गुणगान करते थे। छत्तीसगढ़ सरकार यही धार्मिकता लौटा रही है। सरकार ने राम वनगमन पथ का भी निर्माण किया है।
उन्होंने कहा कि – सरकार ने गांव गांव में रामायण के आयोजन को बढ़ावा देने के साथ ही पहली बार अंतर्राष्ट्रीय रामायण महोत्सव का आयोजन किया। इससे छत्तीसगढ़ को विश्व में ख्याति प्राप्त तो हुई ही हमारी संस्कृति का भी प्रचार-प्रसार हुआ। बड़े-बड़े दिग्गज कथाकार, मानस के गायक यहां आए और सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। अब सरकार ऐसे आयोजनों के लिए ग्राम पंचायतों को 10 हजार रुपए की राशि मुहैया करा रही है। राजीव युवा मितान क्लब से जुड़े युवा सदस्यों को भी एक लाख रुपए मिल रहे हैं जिससे वे ऐसे आयोजनों को स्वयं के प्रयास से आयोजित कर सकें।
इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य महेंद्र यादव, पूर्व जिपं सदस्य विभा साहू, जिला कांग्रेस कोषाध्यक्ष व सरपंच टीकम साहू सहित आयोजक समिति अध्यक्ष सुग्रीव निषाद, उपाध्यक्ष ज्ञानचंद साहू, सचिव अनिल साहू, सहसचिव अजय साहू, द्वारकाप्रसाद गंजीर, ओमप्रकाश साहू सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।