रायपुर। उच्च शिक्षा विभाग और कुलाधिपति कार्यालय ने स्नातक कक्षाओं में दो विषयों (यानी चार प्रश्न पत्र) में पूरक परीक्षा आयोजित करने की अनुमति दे दी है। इससे करीब 72 हजार से अधिक अनुत्तीर्ण विद्यार्थियों को पूरक का अवसर मिलेगा। दो विषयों में पूरक की यह पात्रता केवल इस वर्ष यानी 2022-23 सत्र के लिए ही दी गई है। सत्तारूढ़ कांग्रेस के छात्र संगठन ने अगस्त माह में सीएम भूपेश बघेल से मुलाकात कर इसकी मांग रखी थी। सीएम के निर्देश पर आयुक्त उच्च शिक्षा ने सभी छह राजकीय विश्वविद्यालयों के कुलसचिवों की बैठक कर अपने परीक्षा अध्यादेश में तत्संबंधी संशोधन करने के निर्देश देते हुए कुलाधिपति से भी अनापत्ति मांगा था। कुलाधिपति ने सभी विश्वविद्यालय के लिए संशोधन की अनुमति दे दी है । अब विश्वविद्यालय अपने अपने अध्यादेश में संशोधन प्रकाशित कर छात्रों के लिए एक सार्वजनिक सूचना या आदेश जारी कर लागू कर सकेंगे। यह अनुमति केवल एक वर्ष के लिए ही होगी।
प्रदेश के विश्वविद्यालयों में 2022-23 की वार्षिक परीक्षाओं में बैठे कुल परीक्षार्थियों में से 14 फीसदी यानी 72051 दो विषय, और 21 फीसदी यानी 109112 को दो से अधिक विषयों में अनुत्तीर्ण रहे। कोविड के असर से विद्यार्थियों के लिए उचित अवसरों की कमी को देखते हुए दो विषय में पूरक की अनुमति दी गई है। इससे 72000 छात्र छात्राओं को अतिरिक्त अवसर मिलेगा। कुलाधिपति से अनुमति के बाद विवि स्तर पर औपचारिकता को देखते हुए पूरक परीक्षाएं अक्टूबर के अंतिम सप्ताह से हो सकतीं हैं।