नई दिल्ली। पी20 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आतंकवाद से निपटने के लिए साथ काम करने की जरूरत है. युद्ध से किसी का भला नहीं हो सकता है. दुनिया संकटों से जूझ रही है. ये सबके कल्याण का समय है. आतंकवाद मानवता के लिए खतरा है. आतंकवाद से सख्ती से ही निपटना होगा. आतंकवाद की एक परिभाषा पर सहमत न होना बेहद दुखद है. आतंकवाद दुनिया के लिए बड़ी चुनौती है.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के द्वारका में नवनिर्मित यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर में आयोजित पी20 शिखर सम्मेलन का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया. इस दौरान पीएम मोदी जी20 के सदस्यीय देशों के सभापतियों को संबोधित करते हुए कहा कि संघर्षों और टकराव से भरी दुनिया किसी को फायदा नहीं पहुंचा सकती. एक विभाजित दुनिया हमारे सामने मौजूद चुनौतियों का समाधान नहीं दे सकती. यह शांति और भाईचारे का समय है, साथ मिलकर चलने का समय है, एक साथ आगे बढ़ने का समय है. यह समय सबके विकास और कल्याण का है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में आम चुनावों को सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है. आजादी के बाद से भारत ने 17 आम चुनाव और 300 से अधिक राज्य विधानसभा चुनाव देखे हैं. भारत न केवल सबसे बड़ा चुनाव आयोजित करता है, बल्कि इसमें भागीदारी भी करता है. इसके साथ ही भारत में 25 वर्षों से अधिक समय से ईवीएम के उपयोग की जानकारी देते हुए कहा कि 2024 में आम चुनावों के दौरान, लगभग 100 करोड़ या 1 बिलियन मतदाता अपना वोट डालने जा रहे हैं. मैं सभी प्रतिनिधियों को अगले आम चुनाव देखने के लिए भारत आने के लिए आमंत्रित करता हूं.
इसके पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने 9वें जी20 संसदीय अध्यक्ष शिखर सम्मेलन (पी20) में प्रतिनिधियों का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि ये अत्यंत गौरव का विषय है कि भारत की अध्यक्षता में जी 20 लीडर समिट में नई दिल्ली डिक्लेरेशन को सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया. ये भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रभावशाली नेतृत्व और वैश्विक दृष्टिकोण को दर्शाता है. ये वैश्विक चुनौतियों पर जी 20 देशों की एकजुटता और प्रतिबद्धता का भी प्रमाण है.