नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे हुए हैं. पीएम मोदी ने आज केवड़िया में आयोजित राष्ट्रीय एकता दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इस दौरान पीएम मोदी ने सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित की. केवड़िया में पीएम मोदी 160 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की भी सौगात देने वाले हैं. पीएम मोदी ने आज अपने संबोधन में देश की एकता और अखंडता के साथ-साथ कश्मीर में 370 को हटाए जाने पर भी बात की. साथ ही उन्होंने सरदार पटेल के सपनों का भी जिक्र किया.
पीएम मोदी ने सोमवार को मेहसाणा में करीब 5800 करोड़ रुपये की रेल, सड़क, पेयजल और सिंचाई से जुड़ी विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया था. जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया जाएगा, उनमें एकता नगर से अहमदाबाद तक हेरिटेज ट्रेन,नर्मदा आरती लाइव के लिए परियोजना, कमलम् पार्क,स्टैच्यू ऑफ यूनिटी परिसर के भीतर एक पैदल मार्ग, 30 नई ई-बसें, 210 ई-साइकिलें और कई गोल्फ कार्ट, एकता नगर में सिटी गैस वितरण नेटवर्क और गुजरात राज्य सहकारी बैंक का ‘सहकार भवन’ से जुड़ी परियोजनाएं शामिल हैं. आइए जानते हैं पीएम मोदी के भाषण की प्रमुख बातें…
गुजरात के एकता नगर में सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के अवसर पर एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “अमृतकाल में भारत ने गुलामी की मानसिकता को त्यागकर आगे बढ़ने का संकल्प लिया है. हम विकास भी कर रहे हैं और अपनी विरासत का संरक्षण भी कर रहे हैं. भारत ने अपनी नौसेना के ध्वज पर लगे गुलामी के निशान को हटा दिया है. गुलामी के दौर में बनाए गए गैर जरूरी कानूनों को भी हटाया जा रहा है. IPC की जगह भी भारतीय न्याय संहिता लाई जा रही है. इंडिया गेट पर जहां कभी विदेशी सत्ता के प्रतिनिधि की प्रतिमा थी, वहां अब नेताजी सुभाष की प्रतिमा हमें प्रेरणा दे रही है.”
गुजरात के एकता नगर में सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के अवसर पर एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “दुनिया भारत की सराहना कर रही है. हमें दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाने पर गर्व है. हमें गर्व है कि जब दुनिया युद्ध और अन्य संकटों का सामना कर रही है, तब भी हमारी सीमाएं सुरक्षित हैं। हमें गर्व है कि हम जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनने वाले हैं.”
इसके अलावा पीएम मोदी ने कहा, ‘आज देश में दुशमन अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो रहे हैं. तुष्टीकरण करने वालों को आतंकवाद नहीं दिखता. तुष्टीकरण से देश का भला नहीं हो सकता है. देश में चुनाव का माहौल बना हुआ है. एक धड़ा अपने स्वार्थ के लिए देश की एकता पर चोट कर देश को नुकसान पहुंचाते हैं. हमें सतर्क रहना है. एकता को सहारा देना है.
सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के अवसर पर एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “जैसे 15 अगस्त हमारी स्वतंत्रता के उत्सव का, 26 जनवरी हमारे गणतंत्र के जयघोष का दिवस है, उसी तरह 31 अक्टूबर का ये दिन देश के कोने-कोने में राष्ट्रीयता के संचार का पर्व बन गया है.”
सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के अवसर पर एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “आप सभी युवाओं का जांबाजों का ये उत्साह राष्ट्रीय एकता दिवस की बहुत बड़ी ताकत है. एक तरह से मेरे सामने लघु भारत का स्वरूप दिख रहा है. राज्य अलग है, भाषा अलग है, परंपरा अलग है, लेकिन यहां मौजूद हर व्यक्ति एकता की मजबूत डोर से जुड़ा हुआ है.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “आने वाले 25 साल भारत के लिए इस शताब्दी के सबसे महत्वपूर्ण 25 साल हैं. इन 25 वर्षों में हमें समृद्ध बनना है, विकसित बनना है.”
जम्म-कश्मीर से धारा 370 के हटाए जाने के बाद के माहौल का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कश्मीर से 370 की दिवार गिर गई है. कश्मीर से आतंक खत्म हो गया है. पूरी दुनिया भारत को देख रही है.
PM नरेंद्र मोदी ने कहा कि मनके अनेक हैं, लेकिन माला एक है. तन अनेक हैं, लेकिन मन एक है. जैसे 15 अगस्त हमारी स्वतंत्रता के उत्सव का, 26 जनवरी हमारे गणतंत्र के जयघोष का दिवस है, उसी तरह 31 अक्टूबर का ये दिन देश के कोने-कोने में राष्ट्रीयता के संचार का पर्व बन गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘संकल्प से सिद्धि का एक बहुत बड़ा उदाहरण हमारा ये एकता नगर भी है. आज एकता नगर की पहचान Global Green City के तौर पर हो रही है. यही वो शहर है जहां से दुनिया भर के देशों का ध्यान खींचने वाले Mission Life की शुरुआत हुई थी. यहां रिवर राफ्टिंग, एकता क्रूज, एकता मॉल, एकता नर्सरी, आरोग्य वन और जंगल सफारी आदि पर्यटकों को बहुत आकर्षित कर रहे हैं.’
आज ऐसा कोई लक्ष्य नहीं है, जो भारत पा न सके. ऐसा कोई संकल्प नहीं है, जो हम भारतवासी मिलकर सिद्ध न कर सकें. बीते 9 वर्षों में देश ने देखा है कि जब सबका प्रयास होता है, तो कुछ भी असंभव नहीं रह जाता. किसने सोचा था कि कश्मीर कभी आर्टिकल 370 से मुक्त भी हो सकता है! लेकिन आज कश्मीर और देश के बीच आर्टिकल 370 की वो दिवार गिर चुकी है.
पीएम मोदी ने कहा, ‘देश की एकता के रास्ते में, हमारी विकास यात्रा में सबसे बड़ी रुकावट है- तुष्टिकरण की राजनीति. भारत के बीते कई दशक साक्षी हैं कि तुष्टिकरण करने वालों को आतंकवाद, उसकी भयानकता, विकरालता कभी दिखाई नहीं देती. तुष्टिकरण करने वालों को मानवता के दुश्मनों के साथ खड़े होने में संकोच नहीं हो रहा है. वो आतंकी गतिविधियों की जांच में कोताही करते हैं, वो देशविरोधी तत्वों पर सख्ती करने से बचते हैं. तुष्टिकरण की ये सोच इतनी खतरनाक है कि वो आतंकियों को बचाने के लिए अदालत तक पहुंच जाती है. ऐसी सोच से किसी समाज या देश का भला नहीं हो सकता. ‘