भारत सरकार (Indiagovernment) ने लगातार बढ़ रहे ओमिक्रोन संक्रमण (Omicron virus) के मामलों को संज्ञान में लेते हुए भारत में बूस्टर डोज़ (Booster Dose) के उपयोग को आंशिक स्वीकृति दे दी हैं। आंशिक स्वीकृति यानी भारतीयों पर बूस्टर डोज़ (Bhartiyon par booster dose test) के शोध परीक्षण को मंज़ूरी दे दी गयी है। इस शोध परीक्षण के मुताबिक भारत में शुरुआती तौर पर कुल 300 लोगों को बूस्टर डोज़ की खुराक दी जाएगी तथा इसके पश्चात लोगों पर होने वाले उसके असर पर शोध किया जाएगा। शोध के प्राप्त परिणाम के मुताबिक ही आगे भारत में बूस्टर डोज़ (Bharat Booster Dose) के पूर्ण मंज़ूरी पर कोई भी निर्णय लिया जाएगा।
भारत में बूस्टर डोज़ की मांग थी ओमिक्रोन संक्रमण (Omicron infection) के मामले तेज़ी से बढ़ने के साथ ही भारत में बूस्टर डोज़ (Booster Dose) की मांग भी तेज हो गई थी। कई विपक्षी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने भी केंद्र सरकार (Central government) पर बूस्टर डोज़ को मंज़ूरी न देने को लेकर प्रश्न चिन्ह लगाए थे और इसे केंद्र सरकार का जनता के प्रति गैर- ज़िम्मेदाराना रवैया करार दिया था। कुछ दिनों पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejriwal) ने केंद्र सरकार से अपील कर जल्द से जल्द देश में बूस्टर डोज़ (Booster Dose ko manjuri) के उपयोग को मंज़ूरी देने को लेकर अपनी बात कही थी।
बूस्टर डोज़ लगाने का अभियान तेज़ी से चल रहा भारत में जैव प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख संस्थान ट्रांसलेशनल हेल्थ साइंस एंड टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट (THSTI) की अध्यक्षता में बूस्टर डोज़ के शोध परीक्षण के रूप में 3,000 लोगों को शामिल किया जाएगा, खासतौर से वह लोग जिन्होनें अधिक कम से कम छह महीने पहले कोविड -19 वैक्सीन की दूसरी खुराक ली हो। इस शोध कार्यक्रम के अंतर्गत भारत में प्रयोग हुए कोविशील्ड, कोवैक्सिन और स्पुतनिक वी टीकों द्वारा टीकाकरण हुए लोगों को शामिल किया जाएगा। दुनिया के कई अन्य देशों में ओमिक्रोन संक्रमण के मद्देनजर बूस्टर डोज़ लगाने को लेकर अनुमति दी जा चुकी है तथा पूर्ण रूप से कोविड टीकाकृत लोगों को बूस्टर डोज़ लगाने का अभियान तेज़ी से चल रहा है।