राजनांदगांव। छत्तिसगढ़ की राजधानी रायपुर के माना में पदस्थ भारतीय सेना (वीआरएएमसी) एम्बुलेंस विभाग में पदस्थ सेना के जवान का बुधवार 22 दिसम्बर को रात्रि लगभग 8 बजे सड़क दुर्घटना में देहवासन हो गया है। उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया है।
जानकारी अनुसार गावस्कर वर्मा माना कैंप से 20 किलोमीटर दूर किराये के मकान में अपने परिवार के साथ निवास करता था, ठंड अधिक होने के कारण वह अपनी निजी मोटर सायकल से गरम कपड़ा लेने के बाद ड्यूटी कैम्प जा रहा था। वैसे ही सत्य साई हॉस्पिटल के लगभग 300 मीटर की दूरी में किसी अज्ञात वाहन ने जबरदस्त ठोकर मरी और घटना स्थल में उनकी मृत्यु हो गई। घटना की सूचना पुलिस को हुई। गावस्कर की जेब मे रखे परिचय पत्र के आधार पर उनकी पहचान हुई और शव को माना रायपुर में ले जाकर पी एम कराया। इधर परिवार वालों को दूसरे दिन गुरुवार को सुबह लगभग 10 बजे सूचना मिली तब परिवार वाले ने चार पहिया वाहन से राजधानी माना पहुँचा दोपहर 2 बजे तक पूरी सरकारी प्रक्रिया के तहत गावस्कर को राजकीय सम्मान के साथ तिरंगे को सलामी दी। फिर परिजनों को उनकी पार्थिव काया सौंपी। इधर परिजनों को गाँव पहुँचते देर शाम हो गया और मृतक गावस्कर वर्मा का अंतिम संस्कार गाँव के मुक्तिधाम में किया गया। गंडई से महज 3 किलोमीटर दूर ग्राम ठण्डार के रहने वाले गावस्कर वर्मा पिता शंकर वर्मा उम्र 35 वर्ष जो सन 2006 से आर्मी में पदस्थ थे उनकी पहली पोस्टिंग उत्तर प्रदेश के लखनऊ में हुई थी। बता दें कि स्व. गावस्कर वर्मा का एक 6 साल का लड़का और एक 4 साल की लड़की भी है।गावस्कर के पिता शंकर वर्मा का दो साल पहले निधन हो गया है,जो कारपेंटर के नाम से क्षेत्र में जाने जाते थे।