भारत जोड़ो यात्रा 2.0 की तैयारी, दिसंबर से फरवरी 2024 के बीच होने की संभावना

नई दिल्‍ली. कांग्रेस (Congress) पार्टी भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) का दूसरा चरण आयोजित करने पर विचार कर रही है. इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से बताया कि इस यात्रा को अंतिम रूप दिए जाने के बाद इसके दिसंबर 2023 और फरवरी 2024 के बीच किसी भी समय शुरू होने की संभावना है. इस बार राहुल गांधी (Congress leader Rahul Gandhi) की भारत जोड़ो यात्रा 2.0 हाइब्रिड मोड में होगी, जिसमें प्रतिभागी पैदल मार्च करने के साथ-साथ वाहनों का भी इस्‍तेमाल करेंगे. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा का पहला चरण 7 सितंबर, 2022 को कन्याकुमारी से शुरू किया था और उसे 30 जनवरी 2023 को कश्मीर में खत्‍म किया था.

इस दौरान लगभग 4,080 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए, उनकी यात्रा जनवरी 2023 में जम्मू और कश्मीर के श्रीनगर में समाप्त हुई थी. यात्रा 136 दिनों में 12 राज्यों के 75 जिलों से होकर गुजरी, जो भारत की सबसे लंबी पदयात्रा थी. भारत जोड़ो यात्रा और राहुल गांधी को तब जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली थी, जिसमें लाखों लोग कांग्रेस नेताओं के साथ आए थे, जो आज हमारे देश को विभाजित कर रहे हैं.

भारत जोड़ो यात्रा 2.0 “विचाराधीन”
इससे पहले सितंबर में, कांग्रेस पार्टी ने कहा था कि भारत जोड़ो यात्रा 2.0 “विचाराधीन” है और कुछ सीडब्ल्यूसी सदस्यों ने अनुरोध किया है कि इसे देश के पूर्वी हिस्से से पश्चिम तक चलाया जाए. पुनर्गठित कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की पहली बैठक के विचार-विमर्श पर एक ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने कहा कि पार्टी की शीर्ष निर्णय लेने वाली संस्था के सदस्यों ने ‘पूर्व से पश्चिम तक भारत जोड़ो यात्रा 2.0’ आयोजित करने का अनुरोध किया है. भारत जोड़ो यात्रा के दूसरे संस्करण के आयोजन के बारे में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “यह मामला विचाराधीन है.”

भारत जोड़ो यात्रा के पहले चरण में विपक्षी नेताओं समेत कई हस्तियां हुई थीं शामिल
भारत जोड़ो यात्रा के पहले चरण में समाज के विभिन्न वर्गों की भागीदारी देखी गई, जिसमें कमल हासन, पूजा भट्ट, रिया सेन, स्वरा भास्कर, रश्मि देसाई, आकांक्षा पुरी और अमोल पालेकर जैसी फिल्म और टीवी हस्तियां शामिल थीं. इसके अलावा, पूर्व सेना प्रमुख जनरल (सेवानिवृत्त) दीपक कपूर और पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल (सेवानिवृत्त) एल रामदास सहित लेखकों और सैन्य दिग्गजों और पूर्व आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन और पूर्व वित्त सचिव अरविंद मायाराम जैसे प्रसिद्ध लोगों ने भी भाग लिया था. नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला, पीडीपी की महबूबा मुफ्ती, शिव सेना के आदित्य ठाकरे, प्रियंका चतुर्वेदी और संजय राउत और एनसीपी की सुप्रिया सुले जैसे विपक्षी नेता भी मार्च के दौरान विभिन्न समय पर गांधी के साथ चले थे.

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