राजनांदगांव। एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयो की संभाग स्तरीय खेल, सांस्कृतिक एवं बौद्धिक प्रतियोगिता के समापन के अवसर पर मुख्य अतिथि महापौर हेमा देशमु ने कहा कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति को सरकार संरक्षित रख रही है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने आदिवासी संस्कृति को बचाने एवं बढ़ावा देने के उद्देश्य से आदिवासी दिवस के अवसर पर अवकाश की घोषणा की. एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय पेंड्री के ऑडिटोरियम में उन्होंने दुर्ग संभाग के बालक बालिकाओं का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि “जीत की चाहत का जुनून होना चाहिए; उबाल हो जिसमें ऐसा खून होना चाहिए। आ जाएगा आसमान भी जमीन पर; बस इरादों में जीत की गूंज होनी चाहिए।।” उन्होंने दुर्ग संभाग की ओर से राज्य स्तरीय खेल, सांस्कृतिक एवं बौद्धिक प्रतियोगिता में भाग लेने हेतु चयनित बालक बालिकाओं को शुभकामनाएं दी। आजा कवि के सहायक आयुक्त एस. के. वाहने ने बताया कि दो दिवसीय संभाग स्तरीय खेल, सांस्कृतिक एवं बौद्धिक प्रतियोगिता में लगभग 438 बालक बालिकाओं ने भाग लिया. कबीरधाम जिले से 145, बालोद जिले से 143 और राजनांदगांव जिले से 150 बालक बालिकाएँ सम्मिलित होकर खेल के 26, बौद्धिक के 5 और सांस्कृतिक के 10 स्पर्धाओं में भाग लिए। सभी स्पर्धाओं में जूनियर वर्ग एवं सीनियर वर्ग के साथ ही बालक बालिकाओं की अलग-अलग प्रतियोगिताएं आयोजित हुई। अब दुर्ग संभाग के लगभग डेढ़ सौ बालक बालिकाएं राज्य स्तरीय 27 एवं 28 दिसंबर की प्रतियोगिता में भाग लेंगे।