अहमदाबाद: गुजरात के अलग-अलग जिलों में हुई मूसलाधार बारिश के दौरान बिजली गिरने से 20 लोगों की मौत हो गई. सोमवार को एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को गुजरात के विभिन्न शहरों में खराब मौसम और बिजली गिरने से हुई मौतों पर शोक व्यक्त किया और कहा कि स्थानीय प्रशासन राहत कार्य में लगा हुआ है. राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (एसईओसी) के एक अधिकारी के अनुसार, गुजरात के विभिन्न हिस्सों से अब तक बारिश से संबंधित कुल 20 मौतें हुई हैं.
रविवार को राज्य में हुई बेमौसम बारिश के दौरान बिजली गिरने से सभी मौतें हुईं हैं. एसईओसी अधिकारी ने बताया कि दाहोद जिले में चार, भरूच में तीन, तापी में दो और अहमदाबाद, अमरेली, बनासकांठा, बोटाद, खेड़ा, मेहसाणा, पंचमहल, साबरकांठा, सूरत, सुरेंद्रनगर और देवभूमि द्वारका में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई.
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने रविवार रात एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ”गुजरात के विभिन्न शहरों में खराब मौसम और बिजली गिरने से कई लोगों की मौत की खबर से मुझे गहरा दुख हुआ है। मैं उन लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं जिन्होंने इस त्रासदी में अपने प्रियजनों को खोया है। स्थानीय प्रशासन राहत कार्य में जुटा हुआ है, घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की जा रही है.’ भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि सोमवार को बारिश की गतिविधि कम होने की उम्मीद है.
एसईओसी आंकड़ों के अनुसार, गुजरात के 252 तालुकाओं में से 234 में रविवार को बारिश हुई, सूरत, सुरेंद्रनगर, खेड़ा, तापी, भरूच और अमरेली जिलों में 16 घंटों में 50-117 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिससे सामान्य जीवन अस्त-व्यस्त हो गया. इस बेमौसम बारिश के चलते फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है. राजकोट के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि हुई. अधिकारियों ने कहा कि फसल को नुकसान पहुंचाने के अलावा, बारिश ने सौराष्ट्र क्षेत्र के मोरबी जिले के सिरेमिक उद्योग को भी प्रभावित किया.
आईएमडी के अहमदाबाद केंद्र की निदेशक मनोरमा मोहंती ने कहा कि सोमवार को बारिश कम हो जाएगी और दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र जिलों के कुछ हिस्सों में केंद्रित रहेगी. आईएमडी ने अपने बुलेटिन में कहा कि उत्तर पूर्वी अरब सागर और आसपास के सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्रों के ऊपर बने चक्रवाती परिसंचरण के कारण बारिश हो रही है.