लचर परिवहन व्यवस्था के लिये डीएमओ जिम्मेदार
राजनांदगांव (पहुना)। शासन द्वारा किसानों से समर्थन दर पर धान खरीदी की व्यवस्था इस वर्ष भी 1 दिसंबर से 31 जनवरी तक के लिये की गई है। इस व्यवस्था में पहले तो बारदाना संकट को लेकर किसानों में नाराज़गी रही और अब सोसायटियों, उनके अंतर्गत धान खरीदी केंद्रों में धान बफर लिमिट से ज्यादा याने जाम के हालात हैं। लचर परिवहन व्यवस्था से धान खरीदी की गति कमजोर पड़ सकती है। कारण कि सोसायटियों, धान खरीदी केंद्रों में जगह की समस्या खड़ी हो रही है। इसके लिये जिला विपणन संघ कार्यालय के अधिकारी जिम्मेदार माने जा रहे हैं।
आज तक के आंकड़े इस प्रकार
जिले की 89 सेवा सहकारी समितियों के अंतर्गत 149 विक्रय केंद्र हैं। किसान 2 लाख 12 हज़ार करीब हैं। लघु सीमांत कृषक 93548 हैं। धान का समर्थन दर 1940 रू. मोटा व सरना, 1960 रू. पतला प्रति क्विंटल है। आज 27 दिसंबर तक धान की मात्रा 4364604 क्विंटल, परिवहन 1150963.60 क्विंटल, परिवहन शेष 3213640.80 क्विंटल, विपणन संघ से प्राप्त राशि 72941.17 लाख रू., बारदाना शेष 3042376, लिंकिंग के माध्यम से वसूली 32088.38 लाख रूपये।
“समर्थन दर पर धान खरीदी में इन दिनों बड़ी समस्या धान के कमजोर परिवहन को लेकर हो रही है। आज तारीख तक 48 केंद्रों में जाम की स्थिति है।”
एस.के. वर्मा, सीईओ, कोऑपरेटिव बैंक