कोरिया, कवर्धा, बिलासपुर सहित अधिकांश हिस्सों में बरसात, कवर्धा सहित कई जिलों में ओले भी गिरे
चक्रवाती हवाओं ने छत्तीसगढ़ का मौसम बदल दिया है। मंगलवार को कोरिया,कवर्धा, बिलासपुर सहित अधिकांश जिलों में बरसात हुई। कवर्धा में तो ओले गिरे हैं। मौसम विभाग ने सरगुजा के सभी जिले, बिलासपुर, पेण्ड्रा, मुंगेली, कबीरधाम और कोरबा में बरसात की जानकारी दी है। इस बरसात की वजह से दिन के तापमान में भी 3 से 4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होगी।
रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया, ऊपरी हवा का एक चक्रीय चक्रवाती घेरा दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और उसके आसपास 1.5 किलोमीटर ऊंचाई पर बना हुआ है। दक्षिण-पश्चिम राजस्थान से उत्तर तेलंगाना तक विदर्भ होते हुए एक द्रोणिका भी 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है। वहीं एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा उत्तर प्रदेश के मध्य भाग में 1.5 किलोमीटर तक स्थित है। इसके प्रभाव से छत्तीसगढ़ के अधिकांश जिलों में हल्की से मध्यम स्तर की बरसात संभावित है। कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की भी संभावना है। कुछ पॉकेट्स में ओलावृष्टि की भी संभावना जताई गई है। ऐसा ही मौसम 29 और 30 दिसम्बर को भी बने रहने की संभावना बन रही है। 30 दिसम्बर के बाद मौसम साफ होगा। उसके बाद न्यूनतम तापमान में गिरावट आएगी। रातें अधिक ठंडी हो जाएंगी।
बुधवार को ऐसा रहेगा मौसम
मौसम विज्ञानियाें के मुताबिक छत्तीसगढ़ में 29 दिसंबर को कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। ओले भी गिर सकते हैं। ओलावृष्टि का क्षेत्र मुख्य रूप से प्रदेश का उत्तरी भाग होगा। कुछ पॉकेट में सुबह के समय मध्यम से घना कोहरा बनने की प्रबल संभावना है। अधिकतम तापमान में गिरावट होगी जबकि न्यूनतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है।
बेहद ठंडी होगी 31 दिसम्बर की रात
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया, बरसात की वजह से दिन के तापमान में गिरावट आएगी। इससे ठंड का एहसास बढ़ेगा। 31 दिसम्बर को जब मौसम साफ होगा तब दिन का तापमान बढ़ेगा। लेकिन रात सामान्य से अधिक ठंडी हो जाएगी। न्यूनतम तापमान में गिरावट कुछ दिन बनी रहेगी। यानी नववर्ष के स्वागत की तैयारियों में ठंड से बचने के उपाय भी शामिल करने होंगे।