मंगलवार शाम मौसम ने अचानक ही अपना मिजाज बदल लिया। देखते ही देखते दुर्ग, राजनांदगांव, कवर्धा आदि जिलों में तेज आंधी व गरज चमक के साथ तेज बारिश हुई। भिलाई तीन सहित कुछ इलाकों पर ओले भी गिरे हैं। बारिश की वजह से तापमान में अचानक तेजी से गिरावट दर्ज की गई है।
मौसम विभाग ने 2 दिन पहले ही छत्तीसगढ़ के कई जिलों में तेज बारिश और आंधी सहित ओले गिरने की चेतावनी जारी की थी। मंगलवार को जहां दिन में उमस और गर्मी का लोगों ने ऐसा किया तो वहीं बारिश के बाद पारा अचानक 3 से 4 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया और फिर से ठंड लौट आई।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक 29 दिसंबर को भी कुछ जगहों पर हल्की बारिश और गरज चमक के साथ आंधी चलने की संभावना है। इसके साथ ही प्रदेश के उत्तरी भाग में ओलावृष्टि की भी संभावना जताई गई है। मौसम वैज्ञानिक एसपी चंद्रा ने बताया कि 31 दिसंबर को मौसम साफ रहने की संभावना है। उससे पहले प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में बदली छाई रहने के साथ ही हल्की बारिश होने की संभावना है। इससे यहां के तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। वहीं 31 दिसंबर के बाद या कहें नए साल पर तापमान में कुछ वृद्धि दर्ज की जाएगी।
ऊपरी हवा के चक्रीय चक्रवर्ती घेरा से हो रही बारिश
मौसम वैज्ञानिक के अनुसार ऊपरी हवा का एक चक्रीय चक्रवाती खेरा दक्षिण पश्चिम राजस्थान और उसके आसपास लगभग डेढ़ किलो मीटर की ऊंचाई पर बना हुआ है। वहीं दक्षिण पश्चिम राजस्थान से उत्तर तेलंगाना तक विदर्भ होते हुए एक द्रोणिका भी 1.5 किलोमीटर की ऊंचाई तक स्थित है। एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवर्ती घेरा उत्तर प्रदेश के मध्य भाग में डेढ़ किलो मीटर की ऊंचाई तक स्थित है। इन सब के प्रभाव से छत्तीसगढ़ के अधिकांश जिलों में तेज हवा व गरज चमक के साथ बारिश हुई है और आने वाले दो दिनों में और भी बारिश की संभावना है।
भिलाई तीन क्षेत्र में गिरे ओले
बारिश के साथ ही भिलाई तीन क्षेत्र, दुर्ग के अमलेश्वर और राजनांदगांव जिले के कुछ इलाकों में ओलावृष्टि हुई है। लोगों ने ठंड के मौसम में गिरे ओला को जमा करने का भी आनंद लिया। मौसम विभाग के मुताबिक ओला गिरने से तापमान तेजी से गिरावट दर्ज की जाएगी और ठंड बढ़ेगी।