सोसायटियों में धान भीगे; व्यवस्था की खुली पोल

राजनांदगांव (पहुना)। शासन से समर्थन दर पर धान खरीदी के साथ परिवहन व्यवस्था की पोल खुल गई है। बीती रात से रूक-रूककर हो रही वर्षा के चलते कई सेवा सहकारी समितियों में किसानों से खरीदे गये और बेचने के लिये रखे गये किसानों के धान कमोबेश भीग गये हैं। माना जा रहा है कि दो-तीन दिनों में कई बोरे सड़कर उनमें से धान अंकुरित भी हो जायेंगे। बता दें कि सुबह जल्द ही कई सोसायटियों में भीगे धान पहुना के कैमरे में कैद हो गये। उसके बाद ही कैप कवर से ढके जाने लगे। हालांकि 89 में से अधिकांश सोसायटियों में बफर लिमिट से ज्यादा यानी जाम के हालात की भी अधिकारिक जानकारी मिल चुकी थी। जिला विपणन संघ कार्यालय (डीएमओ) द्वारा परिवहन की व्यवस्था बहुत कमजोर होने के चलते भी बहुत धान भीग गया है। आधे से ज्यादा सोसायटियों में धान जाम की स्थिति होने की खबर दैनिक पहुना एक दो-दिन पहले ही छाप चुका था।


आज सुबह 8 बजे से देखा गया कि सुकुलदैहान सोसायटी में बहुत ज्यादा धान भीगा है ऊपर कैप कवर नहीं लगे होने से भी और नीचे सड़क का पानी बहकर आने व भूसा की एक ही लेयर होने से भी। कई सोसायटियों का कमोबेश यही हाल है। रूआंतला, पदुमतरा, डुमरडीहकला, मुढ़िया-मोहारा, गठुला आदि सोसायटी में कहीं कम कहीं ज्यादा धान भीगे हैं। खरीदी व्यवस्था लगे जिला सहकारी बैंक प्रबंधन उन्हें सुखवा सके तो इसके लिये धूप भी नहीं खिल रही है। देखना है कि भीगे धान की सुरक्षा को अंकुरण से बचा पाने में सफलता मिलती है या नहीं और परिवहन में डीएमओ तेजी ला पाता है या नहीं।

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