बदायूं. केंद्र की मोदी सरकार कह रही थी कि नोटबंदी के बाद नकली नोट बाजार से पूरी तरह से खत्म हो जाएगी, लेकिन यह दावा पूरी तरह से गलत साबित हुआ. देशभर में नकली नोट मिलने का सिलसिला जारी है. यूपी के बदायूं से 50 लाख के नकली नोट के साथ दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि ये आरोपी बीते पांच साल में पांच करोड़ के नकली नोट बाजार में खपा चुके हैं.
तीनों आरोपी बदायूं के के ही रहने वाले हैं. इनके पास से तकरीबन 50 लाख रुपए के नकली नोट बरामद किए हैं. तीनों आरोपी 500-500 के नकली नोट बाजार में खपाने जा रहे थे. इतना ही नहीं बल्कि ये बीते पांच सालों में पांच करोड़ के नकली नोट बाजार में चला चुके हैं. आरोपियों में से एक अंडर-ट्रेनिंग बीयूएमएस डॉक्टर और एक सीएससी सेंटर का मालिक है.
जानकारी के मुताबिक दिल्ली पुलिस को कुछ दिनों पहले सूचना मिली थी कि एक आसिफ नाम का युवक बाजार में नकली नोट का कारोबार चला रहा है. इसके बाद पुलिस ने उसकी तलाश तेज कर दी थी. इस बीच पुलिस को जानकारी मिली कि आसिफ बड़ी मात्रा में नकली नोट लेकर दिल्ली के अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन के पास आने वाला है. फिर पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए ट्रैप लगाया. आरोपियों को रविवार रात करीब 10 बजे गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस ने आसिफ की गाड़ी टीयूवी की जांच की, तो उसमें 500-500 के लगभग 50 लाख के नकली नोट मिले. इसके बाद पुलिस ने आसिफ अली, दानिश अली और सरताज खान को गिरफ्तार कर लिया. ये तीनों यूपी के बदायूं के रहने वाले हैं. उन्होंने पूछताछ में बताया कि पिछले पांच साल से नकली नोट छाप रहे हैं. इतना ही नहीं बल्कि अब तक लगभग 5 करोड़ के नकली नोट बाजार में खपा चुके हैं.