नई दिल्ली: अयोध्या में राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रियों को बयानबाजी को लेकर सचेत रहने को कहा है. पीएम मोदी ने कैबिनेट बैठक में मंगलवार को मंत्रियों को बयानबाजी से बचने का निर्देश दिया और कहा कि प्रभु श्रीराम के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर सचेत रहें. उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि आस्था दिखाएं, मगर अग्रेशन नहीं.
कैबिनेट बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रियों को निर्दश दिया कि सभी बयानबाजी से सभी बचें और मर्यादा का ख्याल रखें. उन्होंने कहा, ‘अपने-अपने क्षेत्र में प्राण-प्रतिष्ठा के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ी ना हो, इसका ख्याल रखें. अपने इलाके के लोगों को 22 जनवरी के बाद राम लला के दर्शन करवाने लायें. अधिक से अधिक लोगों को प्रभु श्रीराम का आशीर्वाद दिलायें.
बीते कैबिनेट बैठक में क्या हुआ था
बता दें कि इससे पहले मोदी सरकार की केंद्रीय मंत्रिमंडल ने अयोध्या हवाई अड्डे का नाम ‘महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा, अयोध्याधाम’ करने के प्रस्ताव को शुक्रवार को मंजूरी दे दी थी. इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा घोषित करने का भी निर्णय लिया गया. पीएम मोदी ने 30 दिसंबर को हवाई अड्डा का उद्घाटन किया था. एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, ‘हवाई अड्डे का महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, अयोध्याधाम’ नाम महर्षि वाल्मीकि को श्रद्धांजलि देता है, जिन्होंने रामायण महाकाव्य की रचना की थी. इस नाम से हवाई अड्डे की पहचान में एक सांस्कृतिक भाव भी जुड़ गया है.’
कब है रामलला की प्राण प्रतिष्ठा?
अयोध्या राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को है. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए शुभ मुहूर्त का क्षण 84 सेकंड का है, जो 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक होगा. भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पीएम मोदी के हाथों होगी. इस दौरान गर्भ गृह में पीएम मोदी के अलावा चार लोग मौजूद रहेंगे.