दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने शनिवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के मद्देनजर आगे प्रतिबंध लगाने की जरूरत की समीक्षा की जाएगी. उन्होंने कहा कि दिल्ली में दूसरी लहर के दौरान अप्रैल और मई में बड़ी संख्या में लोग अस्पताल में भर्ती हो रहे थे लेकिन अब भर्ती संख्या कम है.
नई दिल्ली: दिल्ली (Delhi) के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyendar Jain) ने शनिवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के मद्देनजर आगे प्रतिबंध लगाने की जरूरत की समीक्षा की जाएगी. क्योंकि कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के बाद भी अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या कम है.
दिल्ली में कोरोना संक्रमण दर 2.44%
स्वास्थ्य विभाग की ओर से शुक्रवार को जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में संक्रमण के 1,796 मामले सामने आए और संक्रमण दर 2.44 फीसदी दर्ज की गई तथा संक्रमण से एक भी मरीज की मौत नहीं हुई.
कोरोना के नए मामले नहीं हैं गंभीर
जैन ने कहा कि ‘ वायरस तेजी से फैल रहा है लेकिन अच्छी बात यह है गंभीर मामले नहीं हैं. संक्रमण का उपचार चाहे वो ओमिक्रॉन वेरिएंट हो या डेल्टा का दोनों का इलाज और रोकथाम पहले वाले ही हैं. लोगों को बहुत जरूरत पड़ने पर ही बाहर निकलना चाहिए. इसके अलावा बाहर हमेशा मास्क पहनना चाहिए.’
कोरोना की स्थिति पर अधिकारी बनाए हुए हैं नजर
बता दें, दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने बुधवार को यह फैसला लिया था कि दिल्ली में ‘येलो अलर्ट’ के तहत लगे प्रतिबंध अभी लागू रहेंगे और अधिकारी नए प्रतिबंध लगाने के संबंध में स्थिति पर नजर बनाए रखेंगे.
प्रतिबंधों की होगी समीक्षा
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, ‘ हमने प्रतिबंध लगाए हैं. अन्य राज्यों में सिर्फ नाइट कर्फ्यू लागू है लेकिन दिल्ली में हमने स्कूल-कॉलेज और मल्टीप्लेक्स समेत अन्य कई जगहों को बंद किया गया है. दिल्ली में दूसरी लहर के दौरान अप्रैल और मई में बड़ी संख्या में लोग अस्पताल में भर्ती हो रहे थे लेकिन अब भर्ती संख्या कम है. इसको देखते हुए आगे के प्रतिबंधों की समीक्षा होगी.’