इसके जवाब में मनकुंवारी ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत निर्मित पक्के मकान में हम रहते हैं। पहले बिजली न होने की वजह से बहुत दिक्कत होती थी अब नहीं होती। प्रधानमंत्री मोदी को मनकुंवारी ने बताया कि उनके परिवार में 5 लोग हैं। पहले जंगल जाकर सुखी लकड़ी इकट्ठा करना पड़ता था, उन्हें जलाकर ही खाना बना पाते थे, इस पूरे क्रम में बहुत समय जाता था लेकिन आज उज्जवला योजना के तहत मिले गैस सिलेंडर से खाना कम समय में आसानी से बन जाता है। इसी बीच प्रधानमंत्री ने पूछा- कोई नई रेसिपी सीखी या नहीं आपने ! जिसके जवाब में मनकुंवारी ने बताया कि अब धुस्का, भजिया जैसी चीज़ें आसानी से बना लेती हूं।
मनकुंवारी हम पहाड़ी कोरवा हैं, हम पहाड़ों में रहने वाले हैं, पीने का पानी हम सबके लिए एक बड़ी चुनौती थी लेकिन आज सरकार ने घर तक पीने का साफ पानी पहुंचा दिया है। मनकुंवारी ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को इन योजनाओं के लिए धन्यवाद दिया जिसे स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि- आपके धन्यवाद के लिए मैं आपको धन्यवाद देता हूं कि आपने न केवल इन योजनाओं का लाभ लिया बल्कि दूसरे हितग्राहियों को भी योजनाओं का लाभ दिलाया। प्रधानमंत्री ने कहा कि – जब योजनाओं का लाभ ज्यादा से ज्यादा लोगों को मिलता है तो प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है। इस दौरान सीएम साय, जशपुर विधायक रायमुनी भगत, पत्थलगांव विधायक गोमती साय उपस्थित रहे।
बता दें कि प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महा अभियान (पीएम-जनमन) विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों के लिए शुरू किया गया है। इसका लाभ देश के 18 राज्यों और केंद्र प्रशासित प्रदेशों में रहने वाले 75 आदिवासी समुदाय और आदिम जनजातियों को मिलेगा। इसका लाभ उन लोगों को मिलेगा।