राजनांदगांव। जिले के पुलिस कप्तान मोहित गर्ग को पुलिस वीरता पदक से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान उन्हें गणतंत्र दिवस पर के अवसर पर प्रदान किया जाएगा। मोहित गर्ग छत्तीसगढ़ के पहले आइपीएस अधिकारी हैं, जिन्हें तीसरी बार पुलिस वीरता पदक पुरस्कार दिया जाएगा। उन्हें 2019 और 2020 में भी ये पुरस्कार मिल चुका है।
आपको बता दें कि इससे पहले पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग को बीजापुर में एसपी रहते नक्सल विरोधी अभियान में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए यह पुरस्कार दिया जा रहा है। वहीं बीजापुर की कप्तानी के दौरान एसपी मोहित गर्ग के नेतृत्व में नक्सल विरोधी अभियान के अंतर्गत दस माओवादी को ढेर किया गया था। माओवादियों के बीच हुये मुठभेड़ में भारी मात्रा में गोला बारूद व आग्नेय शस्त्र बरामद भी हुआ था। 26 जनवरी गणतंत्र दिवस परेड समारोह के अवसर पर माओवादी विरोधी अभियान के दौरान अदम्य साहस व वीरता पूर्वक उत्कृष्ट कार्य करने के लिए एसपी मोहित गर्ग के साथ प्रदेश के 24 अधिकारी व कर्मचारियों को पुलिस वीरता पदक से पुरस्कृत किया जाएगा।
2013 बैच के अधिकारी है गर्ग
मोहित गर्ग छत्तीसगढ़ कैडर के 2013 बैच के आइपीएस हैं। मूल रुप से दिल्ली के रहने वाले है। गर्ग इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद आइआइएम अहमदाबाद से एम.बी.ए. की पढ़ाई किए हैं। यूपीएससी में चयन से पहले उन्होंने करीब एक वर्ष तक आइटीसी में नौकरी भी की है। राजनांदगांव से पहले वे गरियाबंद, बीजापुर, नारायणपुर, कबीरधाम, बलरामपुर जिले में भी पुलिस अधीक्षक के रूप में पदस्थ थे और सेनानी 14 वीं वाहिनी धनोरा बालोद, सेनानी 19वीं वाहिनी छसबल जगदलपुर, सेनानी 16 वाहिनी छसबल नारायणपुर की भी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।