स्कूली छात्राओं को सीख देने कलेक्टर ने तालाब में कराया आपदा मॉकड्रिल…

सारंगढ़ बिलाईगढ़। आपदा सेवा सदैव’’ कार्य के लिए कलेक्टर के.एल. चौहान और स्कूली छात्राओं के समक्ष सारंगढ़ के खाड़ाबंध तालाब में एनडीआरएफ टीम ने बाढ़ की स्थिति में बचाव का मॉकड्रिल किया। शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सारंगढ़ की छात्राओं को आकस्मिक आपदा पर बाढ़ आपदा से निपटने में सक्षम बनाने के लिए कलेक्टर श्री चौहान ने तालाब में यह प्रदर्शन कराया। इस दौरान कलेक्टर चौहान, संयुक्त कलेक्टर टी.आर. महेश्वरी और स्कूली बच्चों के साथ ई-नौकायान में बैठकर तालाब में हो रहे मॉकड्रिल के कार्यों का अवलोकन किया। इस अवसर पर कलेक्टर चौहान ने कहा कि लोग इस मॉकड्रिल से सीखेंगे। टीम के सदस्यों ने बताया कि ड्रम, पानी बॉटल, तेल के प्लास्टिक डिब्बा आदि का उपयोग कर नागरिक आपदा के समय कैसे बचा सकते हैं। डूबते हुए व्यक्ति को कैसे बचाया जा सकता है, इसका लाइव मॉकड्रिल किया गया। इस अवसर पर टीम का नेतृत्व कर रहे अधिकारियों में पवन जोशी, राजीव कुमार और डीएसपी मनीष कुंवर उपस्थित थे।

एनडीआरएफ टीम के एक सदस्य ने शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सारंगढ़ की छात्राओं को आकस्मिक आपदा पर बाढ़ आपदा से निपटने में सक्षम बनाने की सीख दिया। उन्होंने तालाब में प्रदर्शन करते हुए कहा कि जब हम पानी में डूब रहे होते हैं तो और हमें तैरना नहीं आता तो बचाव के लिए स्थानीय जुगाड़ के तौर पर खाली तेल के प्लास्टिक डब्बों को बांधकर उसे लाइफ जैकेट के तौर पर उपयोग कर सकते हैं, जिसका इस तालाब में उपयोग को प्रत्यक्ष बताया गया। कलेक्टर श्री चौहान से अनुमति के बाद एनडीआरएफ की टीम ने तालाब में 4 नौकायान में बचाव के लिए भेजा, जिसमें एक सदस्य को तालाब के बीच में उतारा गया और रस्सी से उसको बांधकर, लाइफ जैकेट उपलब्ध कराकर किनारे पर लाया गया। एनडीआरएफ की मेडिकल टीम ने उस व्यक्ति का हेल्थ चेकअप का मॉकड्रिल किया।

उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की तीसरी बटालियन के 25 सदस्य शामिल हुए। इस बटालियन को छत्तीसगढ़ और ओडिशा की जिम्मेदारी मिला है। छत्तीसगढ़ के आपदा के लिए एक शाखा भिलाई में अस्थाई तौर पर कार्यरत है। एनडीआरएफ भारत सरकार के गृह मंत्रालय के अधीन कार्य करता है। प्राकृतिक या मानव निर्मित दोनों ही तरह की आपदाओं से निपटने में मत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। एनडीआरएफ अब तक विभिन्न समुदाय क्षमता निर्माण कार्यक्रमों के तहत 40 लाख से ज्यादा लोगों को प्रशिक्षित कर चुका है। एनडीआरएफ भारत को आपदाओं से जूझने में सक्षम बनाने के लिए पूरे जोश और उत्साह से कार्य करता है।

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