छत्तीसगढ़ में कोरोना के खतरे को देखते हुए जिला कलेक्टरों को न्यूनतम कर्मचारियों के साथ कार्यालय को संचालित करने के निर्देश जारी हुए हैं। निजी संस्थान और केंद्रीय संस्थानों में भी ऐसा करा सकेंगे। साथ ही सभी सरकारी कर्मचारी और अधिकारियों को वैक्सीन लगाना अनिवार्य होगा। वहीं मेडिकल, वॉटर सप्लाई, सफाई और कानून व्यवस्था जैसी सेवाओं में वर्क फ्रॉम होम लागू नहीं होगा।
इधर, मुंगेली के लोरमी स्थित नवोदय आवासीय स्कूल में 19 छात्र सहित 24 संक्रमित मिले हैं। इनमें 5 शिक्षक शामिल हैं। स्कूल को तत्काल बंद कर दिया गया है। बाकी की जांच की जा रही है। कोरोना की तीसरी लहर अब रोज जान लेने लगी है। मंगलवार को प्रदेश में चार मरीजों की मौत हो गई। मरने वालों में डेढ़ साल का एक मासूम बच्चा भी शामिल है। तबीयत खराब होने के बाद परिजन जब बच्चे को अस्पताल ले आए तब कोरोना का पता चला। तीन दिन इलाज के बाद भी उसे बचाया नहीं जा सका।
दंतेवाड़ा में एक दिन में ही 69 संक्रमित मरीज मिले हैं। इनमें एक शिक्षक समेत 7 स्कूली बच्चे भी शामिल हैं। इसके बाद जिला प्रशासन ने पहली से लेकर 5वीं तक के सभी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों को आज से बंद करने का आदेश जारी कर दिया है।
बीरगांव निवासी मैकेनिक पिता 9 जनवरी को अपने डेढ़ साल के बच्चे को लेकर राजधानी के एक निजी अस्पताल में पहुंचे थे। अस्पताल में भर्ती करने से पहले प्रोटोकॉल के तहत बच्चे का कोरोना टेस्ट हुआ। इसमें बच्चा कोरोना पॉजिटिव पाया गया। एक दिन भर्ती रखने के बाद निजी अस्पताल ने बच्चे को रायपुर एम्स रेफर कर दिया। वहां इलाज के दौरान मंगलवार को बच्चे की मौत हो गई।
कोरोना की तीसरी लहर ने बड़ी संख्या में बच्चों को अपनी चपेट में लिया है। बताया जा रहा है कि कुल संक्रमितों में करीब 15% की उम्र 18 साल से कम है। इस मान से प्रदेश भर में संक्रमित बच्चों की संख्या 3500 के आसपास होती है। इस लहर में किसी बच्चे की यह पहली मौत है। दूसरी लहर के दौरान भी कई बच्चों की जान गई थी।
मंगलवार को जिन तीन अन्य मरीजों की मौत हुई वे रायपुर, बिलासपुर और रायगढ़ जिलों के थे। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक उन मरीजों को दूसरी बीमारियों के इलाज के लिए भर्ती कराया गया था, जहां उनमें कोरोना संक्रमण की भी पुष्टि हुई थी। इलाज के दौरान उन लोगों ने दम तोड़ दिया। प्रदेश में इस महामारी की वजह से अब तक 13 हजार 623 लोगों की जान जा चुकी है।
छत्तीसगढ़ में मंगलवार रात 8 बजे तक कोरोना के 5 हजार 151 नए मरीज मिले हैं। वहीं 483 लोगों को डिस्चार्ज किया गया। इसमें से 102 लोगों को अस्पतालों से छुट्टी दी गई। मंगलवार को 55 हजार 946 नमूनें लिए गए हैं। अब प्रदेश में सक्रिय मरीजों की कुल संख्या 23 हजार 886 हो गई है। यह कोरोना की दूसरी लहर के गुजर जाने के बाद सक्रिय मरीजों की सबसे बड़ी संख्या है।
छत्तीसगढ़ की संक्रमण दर बढ़कर 9.21% तक पहुंच गया है। एक जनवरी को यह दर केवल 1.18% था। दिसम्बर के दूसरे सप्ताह तक तो यह दर एक फीसदी से भी कम था। दिसम्बर के आखिरी सप्ताह से केस बढ़ने लगे और दो सप्ताह ही प्रदेश में मरीजों की संख्या बढ़कर 23 हजार से अधिक हो गई है। पिछले तीन दिनों से लगातार मौतों की भी रिपोर्ट आ रही है।
मंगलवार को सबसे अधिक एक हजार 454 मरीज रायपुर जिले में ही मिले हैं। अब यहां 7 हजार 266 मरीज हैं। इस बीच दुर्ग जिले में संक्रमण ने खतरनाक रफ्तार पकड़ी है। यहां 950 नए मरीज मिले हैं। इसमें भिलाई विधायक देवेंद्र यादव, महापौर नीरज पाल जैसे लोग भी शामिलहैं। अब दुर्ग-भिलाई में दो हजार 962 एक्टिव केस हैं। मंगलवार को रायगढ़ में 596, कोरबा में 443, बिलासपुर में 396 और जांजगीर-चांपा में 255 नए मरीज मिल गए हैं।
कोरोना की तीसरी लहर से बस्तर में भी हालात बिगड़े हैं। जिला प्रशासन ने जगदलपुर में रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू की घोषणा की है। पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है। बस्तर में 53 नए मरीज मिले हैं। वहीं संभाग के दूसरे जिलाें कोण्डागांव में 13, दंतेवाड़ा में 69, सुकमा में 23, कांकेर में 78, नारायणपुर में 16 और बीजापुर में 31 नए मरीज मिले हैं।