PM Modi Mann ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार यानी आज अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 110वें एपिसोड के जरिए देश का संबोधित कर रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कुछ दिनों बाद 8 मार्च को हम महिला दिवस मनाएंगे. ये खास दिन देश की विकास यात्रा में नारी शक्ति के योगदान को सलाम करने का मौका है. उन्होंने कहा कि महान कवि भरतियार जी ने कहा है कि दुनिया तभी समृद्ध होगी जब महिलाओं को समान अवसर मिलेंगे.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत की नारी शक्ति हर क्षेत्र में प्रगति की नई ऊंचाइयों को छू रही है. उन्होंने कहा कि कुछ साल पहले तक किसने सोचा था कि हमारे देश में गांव में रहने वाली महिलाएं भी ड्रोन उड़ाएंगी. लेकिन आज ये संभव हो रहा है. हर गांव में ‘ड्रोन दीदी’ की इतनी चर्चा है, हर किसी की जुबान पर ‘नमो ड्रोन दीदी, नमो ड्रोन दीदी’ है. हर कोई इन्हीं के बारे में बात कर रहा है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज देश में कोई भी क्षेत्र ऐसा नहीं है, जिसमें देश की नारी शक्ति पीछे रह गई हो. एक और क्षेत्र जहां महिलाओं ने अपनी नेतृत्व क्षमता का बेहतरीन प्रदर्शन किया है, वो है प्राकृतिक खेती, जल संरक्षण और स्वच्छता.
विश्व वन्य जीव दिवस का भी पीएम ने किया जिक्र
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 3 मार्च को ‘विश्व वन्य जीव दिवस’ है. इस दिन को वन्य जीवों के संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से मनाया जाता है. इस साल World Wild Life Day की theme में Digital Innovation को सर्वोपरि रखा गया है. उन्होंने कहा कि आपको जानकर खुशी होगी कि हमारे देश के अलग-अलग हिस्सों में वन्य जीवों के संरक्षण के लिए टेक्नोलॉजी का खूब यूज किया जा रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में सरकार के प्रयासों से देश में बाघों की संख्या बढ़ी है. महाराष्ट्र के चंद्रपुर के टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या 250 से ज्यादा हो गई है. चंद्रपुर जिले में इंसान और बाघों के संघर्ष को कम करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद ली जा रही है.
उन्होंने कहा कि युवा एंटरप्रन्योर्स भी वन्य जीव संरक्षण और इको टूरिज्म के लिए नए-नए इनोवेशन सामने ला रहे हैं. उत्तराखंड के रूड़की में Rotor Precision Group ने वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सहयोग से ऐसा ड्रोन तैयार किया है, जिससे केन नदी में घड़ियालों पर नजर रखने में मदद मिल रही है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बेंगलुरु की एक कंपनी ने बघीरा और गरुड़ नाम का App तैयार किया है. बघीरा ऐप से जंगल सफारी के दौरान वाहन की स्पीड और दूसरी गतिविधियों पर नजर रखी जा सकती है. देश के कई टाइगर रिजर्व में इसका यूज किया जा रहा है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और इंटरनेट ऑफ थिंग्स पर आधारित गरुड़ ऐप को किसी सीसीटीवी से कनेक्ट करने पर रियल टाइम अलर्ट मिलने लगता है.