अंतरराष्ट्रीय सड़क महासंघ (IRF) ने सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MORTH) से सड़क दुर्घटनाओं में हताहतों और चोटों को कम करने के लिए यात्री सहित सभी भारी वाहनों बसें और स्कूल बसें में सीट बेल्ट का उपयोग अनिवार्य करने का आग्रह किया है. बता दें कि यह एक वैश्विक सड़क सुरक्षा निकाय है.
आईआरएफ के मानद अध्यक्ष केके कपिला ने MORTH को लिखे एक पत्र में कहा कि बसों में सीट बेल्ट उपलब्ध कराने की तत्काल आवश्यकता है, जिसे अनिवार्य बनाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि दिल दहला देने वाली यात्री बस दुर्घटनाएं हुई हैं, जिनमें निर्दोष लोगों की जान चली गई. उनमें से कई लोगों को बचाया जा सकता था, अगर उन्होंने सीट बेल्ट लगाई होती.
कड़े सुरक्षा मानक जरूरी
कपिला ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात सुरक्षा प्रशासन के 2021 के आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका में बस दुर्घटनाओं में केवल 14 व्यक्तियों की जान गई. इसी तरह 2022 में चीन ने 215 मौतों की सूचना दी. उन्होंने बताया कि विकासशील और विकसित दोनों देशों ने बसों जैसे सार्वजनिक परिवहन के लिए कड़े सुरक्षा मानकों को अपनाकर उल्लेखनीय परिणाम हासिल किए हैं.
कासगंज में हुई बड़ी दुर्घटना
केके कपिला ने कहा कि यूपी के कासगंज में ट्रैक्टर ट्रॉली हादसे में 22 लोगों के मौत की आशंका जताई गई है. ये लोग गंगा स्नान करने जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ट्रैक्टर ट्रॉली पलट गई. एक अज्ञात गाड़ी को बचाने के चक्कर में दर्शनार्थियों से भरी यह ट्रैक्टर ट्रॉली तालाब में गिर गई. अधिकारियों के अनुसार, 7 बच्चों और 8 महिलाओं की इस हादसे में मौत हो गई है. वहीं कई गंभीर रूप से घायल हैं.
उन्होंने बताया कि विकासशील और विकसित दोनों देशों ने बसों जैसे सार्वजनिक परिवहन के लिए कड़े सुरक्षा मानकों को अपनाकर उल्लेखनीय परिणाम हासिल किए हैं.