इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में क्राइम ब्रांच की टीम ने ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले में पिछले दिनों महू से एक निरंजन प्रधान नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था, जिसकी गिरफ्तारी के बाद कई राज्यों के फरियादी इंदौर क्राइम ब्रांच ऑफिस में दस्तक देते हुए नजर आ रहे हैं। आरोपी ने पश्चिम बंगाल, बिहार, मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों के लोगों के साथ लाखों रुपए की धोखाधड़ी की थी। पुलिस ने अब तक 10 से ज्यादा बैंक अकाउंट सीज किए हैं।दरअसल निरंजन प्रधान लोगों को मोटिवेशनल स्पीकर बता कर लंबे समय से उनके साथ ऑनलाइन धोखाधड़ी की घटना को अंजाम दे रहा था।
पूरे मामले में क्राइम ब्रांच एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि आरोपी निरंजन प्रधान को गिरफ्तार किया गया था और चार दिन की रिमांड लेकर उसके खिलाफ कई सबूत एकत्रित किए गए थे। वहीं सोशल मीडिया और खबरों के माध्यम से ठगी का शिकार फरियादी लगातार उनके पास पहुंच रहे हैं और उनकी भी शिकायतें ली जा रही है।
डीसीपी ने बताया कि जो मामला लाखों की धोखाधड़ी का था, अब वह करोड़ों तक पहुंच चुका है। वहीं आरोपी के जो 10 बैंक अकाउंट है उन्हें भी सीज कर दिया गया और उसकी अवैध संपत्तियां जो इसने धोखाधड़ी से कमाई है उसे पर भी कार्रवाई के लिए जांच की जाएगी।
वहीं कोलकाता से आई एक महिला का कहना था कि वह कोलकाता में छोटा-मोटा काम कर अपना रोजगार चला रही थी, लेकिन निरंजन प्रधान द्वारा स्वयं को आर्मी का डॉक्टर बताकर उनके साथ लाखों की धोखाधड़ी की गई। महिला के मुताबिक कुछ रुपया तो वापस आया था लेकिन अभी भी 6 लाख से अधिक रुपया लेना बाकी है और इंदौर क्राइम ब्रांच ने काफी मदद कर उन्हें न्याय दिलाने का प्रयास किया है।