राजनंदगांव। भारतीय जनता पार्टी मीडिया सेल के सदस्य योगेश दत्त मिश्रा,अशोक लोहिया, अमर लालवानी ने संयुक्त वक्तव्य में कहा कि जिस तरह से भूपेश बघेल ने लोकसभा चुनाव में 384 उम्मीदवार उतार कर ईवीएम मशीन से चुनाव न करा कर बैलेट पेपर से चुनाव करने की योजना बनाई थी,जिसे पूरे देश की मीडिया ने कवरेज दिया था। परंतु आज सिद्ध हो गया कि भूपेश बघेल का षड्यंत्र राजनांदगांव में नहीं चलने वाला।
मीडिया सेल द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार आज कुल 23 अभ्यर्थियों द्वारा नामांकन जमा किए गए। अर्थात कल भूपेश बघेल ने जो 210 नामांकन फॉर्म विभिन्न व्यक्तियों के माध्यम से मंगवाए थे, वह सभी नामांकन भरने की हिम्मत नहीं कर पाए और इस तरह से भूपेश बघेल का षड्यंत्र फेल हो गया। भाजपा मीडिया सेल के योगेश दत्त मिश्र ने कहा कि प्रशासन को परेशानी में डालने की साजिश फेल हो गई और संस्कारधानी राजनांदगांव की जनता भी परीक्षा में पास हो गई, इस घटनाक्रम से सिद्ध हो गया कि यहां के स्थानीय कार्यकर्ता भूपेश बघेल का साथ नहीं दे रहे, क्योंकि भूपेश बघेल की तानाशाही प्रवृत्ति 5 वर्षों में स्थानीय कार्यकर्ताओं ने देखी है । यहां के कांग्रेसी कार्यकर्ता जब भूपेश बघेल से मिलने रायपुर जाया करते थे तो चार – पांच घंटे बैठने के बाद उन्हें मिलने तक नहीं दिया जाता था, जिसकी पीड़ा कांग्रेस के कद्दावर नेता सुरेंद्रदास वैष्णव ने सार्वजनिक मंच से व्यक्त की थी, अंदर खाने कांग्रेसियों में भूपेश बघेल के प्रति गहरा आक्रोश है।
मीडिया सेल के अशोक लोहिया ने कहा कि विगत विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को ईवीएम के माध्यम से 68 सीट प्राप्त हुई थी, तब किसी कांग्रेसी ने ईवीएम पर प्रश्न नहीं उठाया । 5 वर्षों तक कांग्रेस ने झूठे वादे किए थे, उसे पूरा नहीं किया, जिसका खामियाजा कांग्रेस को इस विधानसभा चुनाव में भुगतना पड़ा, परंतु कांग्रेस अपनी हार को ईवीएम मशीन पर ठीकरा फोड़ कर जनता जनार्दन पर ही प्रश्न चिन्ह खड़ा कर रही है और इस लोकसभा चुनाव में मोदी जी के विराट स्वरूप को देखते हुए लोकतंत्र पर आस्था न रखते हुए लोकसभा चुनाव के पूर्व अपनी हार के डर से पहले ही ईवीएम पर ठीकरा फोड़ने का षड्यंत्र कर रही है। जिसे यहां की जनता भली भांति जानती है। ऐसे षड्यंत्रकारी भूपेश बघेल को यहां की जनता माफ नहीं करेगी और जनता 26 अप्रैल को कमल फूल खिलाकर भूपेश बघेल को वापस पाटन भेजेगी।