रायपुर। रायपुर पुलिस ने नागरिकों के साथ मिल कर इंडिया एवं एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज़ किया। ‘सुनो रायपुर’ पहल के तहत 1 जनवरी को शहर के 1 लाख से अधिक लोगों ने सड़क संकल्प पत्र पर हस्ताक्षर कर ये कीर्तिमान रचा है। किसी भी सड़क दुर्घटना में मृत्यु या दुर्घटना में किसी भी व्यक्ति की स्थायी विकलांगता परिवार के लिए बहुत दुखद है। भारत में हर साल लगभग 1.5 लाख लोग सड़क हादसों में मारे जाते हैं। अकेले रायपुर जिले में ही हर साल करीब 450 लोगों की मौत हो जाती है। इन मौतों के पीछे मुख्य कारण तेज गति से वाहन चलाना, सीट बेल्ट न लगाना और हेलमेट न पहनना है। कुछ लोग शराब पीकर भी गाड़ी चलाते हैं और अपनी और दूसरों की जान जोखिम में डालते हैं। कई लोगों को सेलफोन का इस्तेमाल करते हुए गाड़ी चलाते हुए देखा जा सकता है। बुनियादी सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करने से दुर्घटना में होने वाली मौतों को कम किया जा सकता है। इसके अलावा, शहरी क्षेत्र में लोगों की यातायात समझ में सुधार करने की आवश्यकता महसूस की गई। कुछ लोगों को गलत साइड से गाड़ी चलाते हुए, ब्लॉक फ्री लेफ्ट टर्न या सड़कों पर अपने वाहन पार्क करते हुए देखा जा सकता है, जिससे अन्य सड़क उपयोगकर्ताओं को असुविधा होती है।