खैरागढ़. गर्मी का मौसम आते ही वन विभाग तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य शुरू करता है, जिसमे बड़ी संख्या में वनांचल में रहने वाले ग्रामीण भी विभाग का सहयोग करते हैं. वहीं गर्मियो में वन्य प्राणी पानी और भोजन की तलाश में जंगल में इधर उधर भटकते हैं. ऐसे समय में ग्रामीणों और वन्य प्राणियों का आमना सामना भी होता रहता है. ताज़ा मामला खैरागढ़ जिले के ग्राम देवरी से सामने आया है, जहां तेंदूपत्ता तोड़ने गए यादव दंपत्ति पर भालू ने हमला कर दिया. इस हमले में महिला के पैर में गंभीर चोटे आई है. महिला को बचाने गए उसके पति पर भी भालू ने हमला किया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया.
आनन फानन में दोनों को ग्रामीणों की सहायता से बचाया गया और दोनों घायलों को सिविल अस्पताल खैरागढ़ लाया गया, जहां उनका इलाज जारी है. पीड़ित नरेंद्र यादव ने बताया कि वे तेंदूपत्ता तोड़ने जंगल गए हुए थे. सुबह अचानक उनकी पत्नी पर भालू ने हमला कर दिया, जिसे बचाने वे भालू से भीड़ गए. इस दौरान दोनों पति पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गए.
पूरे मामले में खैरागढ़ एसडीओ मोना माहेश्वरी ने बताया कि तेंदूपत्ता तोड़ने के दौरान दो ग्रामीण भालू के हमले से घायल हुए हैं, जिसका इलाज सरकारी अस्पताल में चल रहा है. वन विभाग ने जनहानी का प्रकरण बनाकर भेज दिया है. वहीं लगातार इस प्रकार की घटना होने के सवाल पर एसडीओ ने बताया कि पहले की अपेक्षा इस तरह की घटनाओं में कमी आई है. जंगल में पानी की व्यवस्था हमने बढ़ाई है, लेकिन जंगली जानवर भटक कर इस तरफ आ जाते है. इसे देखते हुए उनके प्राकृतिक रहवास का क्षेत्रफल भी बढ़ाया जा रहा है.