बिलासपुर। बिलासपुर में सड़क हादसों में कमी लाने के लिए पुलिस ने ‘हेलमेट बैंक’ के नाम से नई पहल की शुरुआत की है। इसके तहत बाइक सवारों को आईडी कार्ड दिखाने पर हेलमेट दिया जाएगा, जिसे यात्रा पूरी करने के बाद बाइकर्स को 24 घंटे के अंदर वापस बैंक में जमा करना होगा। इससे लोगों को आसानी से हेलमेट मिल जाएगी और सुरक्षित आवागमन कर सकेंगे। जानकारी के मुताबिक, इसकी शुरुआत एसपी रजनेश सिंह ने चकरभाटा थाने से की है। बुधवार की शाम एसपी रजनेश सिंह ने हेलमेट बैंक के उद्घाटन अवसर पर कहा कि अब कोई भी व्यक्ति अपनी यात्रा के दौरान अपना परिचय पत्र दिखाकर इस बैंक से हेलमेट ले सकेंगे। उन्हें हेलमेट निशुल्क दिया जाएगा।
ट्रैफिक एएसपी नीरज चंद्राकर ने बताया कि चकरभाटा थाने के साथ ही ‘हेलमेट बैंक’ की शुरूआत सकरी, कोनी और सरकंडा थाने में भी शुरू की गई। हेलमेट बैंक की शुरूआत एक ध्येय वाक्य के साथ किया गया है। बिलासपुर पुलिस ने ‘अब सड़कों पर खून की एक बूंद नहीं’ अभियान के तहत हेलमेट बैंक की शुरूआत की है। ट्रैफिक एएसपी नीरज चंद्राकर ने कहा कि सुरक्षित यातायात की दिशा में हेलमेट सबसे महत्वपूर्ण मानक उपकरण है। इसके उपयोग से हमारी यात्रा सुरक्षित होगी, जिस प्रकार हम सुरक्षित घर से निकले थे, वैसे ही सुरक्षित घर पहुंचेंगे इसमें कोई संदेह नहीं होगा।
उम्मीद है कि हमारा यह प्रयास सभी के लिए अनुकरणीय होगा और सड़क दुर्घटना पर अंकुश लगाने की दिशा में कारगर साबित होगा। इस अभियान के जरिए नागरिकों को जागरूक करते हुए हेलमेट पहनने की अपील की जाएगी। पुलिस अफसरों का मानना है कि सड़कों पर सबसे ज्यादा चलने वाले वाहनों में दो पहिया वाहनों की संख्या सर्वाधिक है। यही कारण है कि लोग छोटी से लेकर के बड़ी से बड़ी यात्रा के लिए इसका उपयोग करते हैं। लेकिन, दुर्भाग्य इस बात का है कि सुरक्षा मानकों के अभाव में सबसे ज्यादा दुर्घटना के शिकार बाइक सवार होते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए इस अभियान की शुरूआत की गई है।
इस कार्यक्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) उमेश कश्यप, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अनुज एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (यातायात) नीरज चंद्राकर के साथ-साथ अन्य अधिकारी व सड़क सुरक्षा समिति के सदस्य अतीस पाल सिंह, लेफ्टिनेंट आशीष शर्मा, नम्रता शर्मा, आर्यन तिवारी, विकास वर्मा, जावेद अली सहित लोग मौजूद रहे।