मुंबई। पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान में कुछ ऐसा हो रहा है, जिसकी कल्पना करना भी कभी मुश्किल था. पहले पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने पार्टी जलसे में माना कि कारगिल का युद्ध उनका अपना किया धरा था. वहीं अब पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) को, जिसे वो आज़ाद जम्मू-कश्मीर या AJK कहता है, उसे पाकिस्तान की अदालत में सरकारी वकील ने विदेश धरती बता दिया है.
दरअसल, पिछले दो हफ्ते से लापता स्थानीय कश्मीरी कवि और पत्रकार अहमद फरहाद शाह है. यह मामला जब इस्लामाबाद हाई कोर्ट में पहुंचा तो शुक्रवार को सुनवाई के दौरान पाकिस्तान सरकार के वकील ने बताया कि फरहाद पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में पुलिस की हिरासत में है, और उसे पेश नहीं किया जा सकता क्योंकि वह “विदेशी भूमि” पर है, जो देश के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है.
सरकारी वकील की इस दलील आश्चर्यचकित इस्लामाबाद उच्च न्यायालय के जस्टिस ने कहा कि यदि आजाद कश्मीर एक विदेशी क्षेत्र है, और पाकिस्तान का अभिन्न अंग नहीं है, तो पाकिस्तानी सेना और पाकिस्तानी रेंजर्स पाकिस्तान से वहां कैसे घुस आए. वहीं वकील के दावे पर सोशल मीडिया में तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली. वकील के दावों की पाकिस्तान के मीडियाकर्मियों के साथ-साथ विभिन्न हस्तियां भी आलोचना कर रहे हैं.
एक पत्रकार ने घटना को लेकर वकील की आलोचना की और कहा, “पाकिस्तान राज्य एजेके को बहुत नकारात्मक परिप्रेक्ष्य में पेश कर रहा है. उन्होंने इस्लामाबाद से एक कवि का अपहरण कर लिया. उनके पास अपहरण को स्वीकार करने का नैतिक साहस नहीं है और अब उन्होंने एजेके में उसकी गिरफ्तारी दिखाई है और आईएचसी को बताया है कि एजेके विदेशी क्षेत्र है. इसका मतलब है कि उनके पास एजेके में एक कब्ज़ा करने वाली सेना का अधिकार है, लेकिन पाकिस्तानी अदालतों के पास कोई अधिकार क्षेत्र नहीं है.”
एक अन्य रिपोर्टर ने कहा, “राज्य प्रतिनिधियों ने AJK को “विदेशी क्षेत्र” कहा? क्या वह कह रहे हैं कि AJK पाकिस्तान के कब्जे में है?” एक यूजर ने यह भी कहा, “AJK पाकिस्तान है, बस. हम कब तक पुनः प्राप्त क्षेत्रों के इन विशेष दर्जों को रोकेंगे?” एक अन्य यूजर ने कहा, “बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है, वे अब खुलकर भारत का समर्थन कर रहे हैं…”