असम (Assam) के कर्बी आंगलोंग जिले के वन क्षेत्र से हथियारों और गोला-बारूद (Arms and ammunition) का बड़ा जखीरा बरामद किया है. पुलिस ने रविवार को बताया कि ये हथियार आतंकवादी संगठन केडीएलएफ के होने का संदेह है. उन्होंने बताया कि हथियार और गोला-बारूद दीफू-लुमडिंग रोड के पास एक वनस्पति उद्यान के पीछे जंगल में जमीन के नीचे छिपा कर रखे गए थे.दीफू पुलिस (Diphu Police) थाने के प्रभारी जे एस खोबुंग ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि हथियार एवं गोला-बारूद कर्बी डेमोक्रेटिक लिबरेशन फ्रंट (केडीएलएफ) के स्वयंभू मुखिया जैकसन रोंगहांग ने वहां छिपाए थे. पिछले साल दिसंबर में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में रोंगहांग की मौत हो गई थी.
जे एस खोबुंग ने आगे बताया कि पुलिस हथियारों की बरामदगी के लिए इलाके में तलाश कर रही थी और अंतत: शनिवार दोपहर उसने जखीरा बरामद कर लिया. थाना प्रभारी ने बताया कि जब्ती के सिलसिले में अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है. दिसंबर’21 में केडीएलएफ के अध्यक्ष जैक्सन एसएस के साथ हुई मुठभेड़ के बाद से पुलिस इस पर कार्रवाई कर रही है. बरामदगी में राइफल, पिस्टल, हथगोले, एके 47 मैगजीन, विस्फोटक शामिल हैं.
असम राइफल्स (Assam Rifles) ने शुक्रवार को राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के खिलाफ एक अभियान चलाया था. जिसमें असम राइफल्स को एक बड़ी सफलता हासिल हुई है. बता दें कि मिजोरम में गुरुवार को सुरक्षा बलों ने विस्फोटकों और युद्ध जैसे अन्य सामानों का एक बड़ा जखीरा बरामद किया साथ ही तीन कैडरों को गिरफ्तार किया है. विशिष्ट रीयल-टाइम इंटेलीजेंस के आधार पर यह ऑपरेशन सइहा जिले के ज़ॉन्गलिंग के सीमावर्ती गांव के पास किया गया था.
असम राइफल्स ने भारी मात्रा में ‘युद्ध जैसे’ स्टोर बरामद किए बता दें कि 20 जनवरी को, लुंगलेई बटालियन के तुईपांग पोस्ट से असम राइफल्स के जवानों द्वारा सैहा जिले के टीपा पुलिस स्टेशन में तैनात पुलिस प्रतिनिधियों के साथ एक ऑपरेशन शुरू किया था. इस दौरान टीम को बड़ी मात्रा में ‘युद्ध जैसे’ स्टोर ले जा रहे एक मिनी ट्रक की आवाजाही के बारे में विशेष जानकारी मिली.